अब ग्रामीण करने लगे नक्सलियों का खुलकर विरोध
गड़चिरोली अब ग्रामीण करने लगे नक्सलियों का खुलकर विरोध
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। जिला पुलिस विभाग द्वारा आम नागरिकों के लिए चलाए जा रहे विभिन्न उपक्रमों के कारण अब नागरिक भी नक्सलियों का स्पष्ट रूप से विरोध करने लगे हैं। इसी कारण हाल ही में संपन्न नक्सलियों के पीएलजीए सप्ताह के दौरान नक्सली किसी भी बड़ी या छोटी विध्वंसक घटना को अंजाम नहीं दे पाये। नागरिकों ने स्वयं होकर अपने पास के हथियार पुलिस को सौंपकर नक्सलियों का विरोध जताया। इस कालावधि में जिलेभर में लोगों ने कुल 68 राइफल और 12 बैरल पुलिस को सौंपे।
बता दें कि, ग्रामीण क्षेत्र के नागरिकों का गुजर-बसर वनों पर आधारित है। वनों में वन्यजीवों का शिकार करने के लिए लोगों के पास आज भी पुराने जमाने की राइफल और बंदूकें हंै। कई दफा इसी मौके का लाभ उठाकर नक्सली ग्रामीणों से संपर्क कर उनके हथियार भी जब्त कर लेते हैं। नक्सलियों द्वारा 2 से 8 दिसंबर की कालावधि में पीएलजीए सप्ताह मनाया गया। इस कालावधि में पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल ने लोगों से अपने हथियार पुलिस को सौंपने की अपील की थी। इस अपील को समर्थन देते हुए लोगों स्वयं होकर अपने हथियार पुलिस विभाग को सौंपकर लोकतंत्र को मजबूती प्रदान करने का कार्य किया है। इस कालावधि में अहेरी तहसील के जिमलगट्टा उपविभाग के दामरंचा पुलिस मदद केंद्र में 20 भरमार, रेपनपल्ली उपपुलिस थाना में 5 भरमार, जिमलगट्टा में 2 भरमार, अहेरी उपविभाग के पेरमिली उपपुलिस थाना में 15 भरमार और 3 बैरल, मुलचेरा पुलिस थाना में 2 भरमार, राजाराम खांदला उपपुलिस थाना में 12 भरमार और 9 बैरल, पेंढरी उपविभाग के कारवाफा अंतर्गत 8 भरमार और गोडलवाही पुलिस मदद केंद्र में लोगों ने 4 बंदूकें सौंपी। यह सफलता पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल, अपर पुलिस अधीक्षक (अभियान) अनुज तारे, अपर पुलिस अधीक्षक यतीश देशमुख के मार्गदर्शन में पुलिस जवानों ने हासिल की।