अब क्राइम ब्रांच की आर्थिक विंग करेगी जांच
मनपा में आर्थिक घोटाला अब क्राइम ब्रांच की आर्थिक विंग करेगी जांच
डिजिटल डेस्क, नागपुर । मनपा के कुछ पदाधिकारी और ठेकेदार अपराध शाखा के आर्थिक विभाग के निशाने पर हैं। आरोप है कि, जलापूर्ति योजना की आड़ में मनपा के 92 करोड़ रुपए का दुरुपयोग हुआ है। जिन पदाधिकारियों पर आरोप है उनमें पूर्व पार्षद संदीप जोशी, नंदा जिचकार, दीपराज पार्डीकर, वीरेंद्र कुकरेजा, विजय झलके आदि हैं। राकांपा के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व पार्षद वेदप्रकाश आर्य ने गत दिनों सदर थाना और जोन क्र.-2 की उपायुक्त विनीता शाहू से शिकायत की थी।
24 बाय 7 जलापूर्ति योजना शुरू की थी : शिकायत में कहा गया था कि, मनपा के उक्त पदाधिकारियों ने कुछ चुनिंदा ठेकेदारों से मिलीभगत कर निजी कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए 24 बाय 7 जलपूर्ति योजना शुरू की थी। इस योजना की आड़ में मनपा के 92 करोड़ रुपए का दुरुपयोग िकया है। इसे गंभीरता से लेकर पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार के आदेश पर उपायुक्त शाहू ने प्रकरण की जांच अपराध शाखा के आर्थिक विभाग को सौंपी है। इससे मनपा के राजनीतिक गलियारों में भी यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है।