अब चातगांव वनक्षेत्र में टी-6 बाघ का बढ़ने लगा आतंक
वनविभाग ने लगाए कैमरे अब चातगांव वनक्षेत्र में टी-6 बाघ का बढ़ने लगा आतंक
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। जिले के देसाईगंज वनविभाग के तहत आने वाले गांवों में सीटी-1 और टी-2 बाघ का आतंक निरंतर जारी है। इस बीच गड़चिरोली वनविभाग के चातगांव वन परिक्षेत्र के तहत आने वाले गांवों में टी-6 बाघ का आतंक भी बढ़ने लगा है। हालांकि वर्तमान में इस बाघ ने किसी मनुष्य पर हमला नहीं किया है, लेकिन बाघ का क्षेत्र में विचरण शुरू होने से ग्रामीणों समेत खासकर किसानों में दहशतपूर्ण माहौल निर्माण हो गया है। टी-6 बाघ को पकड़ने की अनुमति भी सरकार ने दे दी है। इस बाघ को पकड़ने के लिए अमरावती जिले के मेलघाट की शार्प शूटर्स की टीम चातगांव वनक्षेत्र में दाखिल हो गयी है। वनविभाग ने इस बाघ काे पकड़ने के लिए विभिन्न स्थानों पर ट्रैप कैमरे में भी लगा दिए हैं।
उल्लेखनीय है कि, पाेर्ला वन परिक्षेत्र में टी-6 बाघ को जी-5 नाम से पहचाना जाता है। पाेर्ला वन परिक्षेत्र के दर्जनों गांवों में इस बाघ ने पिछले वर्ष कई घटनाओं को अंजाम दिया था। वर्तमान में इस बाघ ने पोर्ला वनक्षेत्र छोड़ दिया है। चातगांव वनक्षेत्र में इस बाघ को देखे जाने से लोगों में एक बार फिर भय का माहौल निर्माण होने लगा है। बता दें कि, पिछले आठ दिनों की कालावधि में आरमोरी तहसील के 3 व्यक्तियाें की मृत्यु बाघ के हमले में होने से वर्तमान में वनविभाग पूरी तरह एक्शन मोड पर कार्य कर रहा है। देसाईगंज वनविभाग के वनक्षेत्र में इन दिनों चंद्रपुर जिले के ताड़ोबा और अमरावती जिले की एक टीम बाघ को पकड़ने में जंगलों की खाक छान रही है। वहीं अमरावती जिले की दूसरी एक टीम अब गड़चिरोली वनविभाग में दाखिल होकर टी-6 बाघ को पकड़ने का पूरजोर प्रयास कर रही है। बाघ का आतंक लगातार बढ़ने के कारण वनविभाग ने नागरिकों से जंगल में न जाने की अपील की है।