गोंडवाना यूनिवर्सिटी के स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में अब मिलेगा नि:शुल्क प्रवेश
गड़चिरोली गोंडवाना यूनिवर्सिटी के स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में अब मिलेगा नि:शुल्क प्रवेश
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली । चंद्रपुर और गड़चिरोली जिले के लिए पृथक रूप से वर्ष 2016 में आरंभ किये गये गड़चिरोली के गोंडवाना विश्व विद्यालय ने पिछले एक वर्ष से कुछ ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए विद्यार्थियों को सक्षम बनाने के साथ साथ पूरे प्रदेश में गोंडवाना विवि का नाम रोशन करने का प्रयास किया है। इसी कड़ी में अब विवि ने इस वर्ष से स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम के प्रथम वर्ष में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों से किसी प्रकार की फीस नहीं लेने का निर्णय लिया है। विवि के प्रबंधन परिषद ने इस तरह का फैसला लिया है। जिसे विवि के कुलपति डा. प्रशांत बोकारे ने भी अपनी मुहर लगा दी है। विद्यार्थियों से किसी भी तरह की फीस न लेकर स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में प्रवेश देने वाली गोंडवाना विवि अब प्रदेश की पहली विवि बन गयी है।
बता दें कि, गड़चिरोली व चंद्रपुर जिले में आदिवासी विद्यार्थियों की संख्या काफी अधिक है। इन विद्यार्थियों में शिक्षा की काफी क्षमता होने के बाद भी उन्हें शिक्षा के साथ रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना आवश्यक है। इसी कारण गोंडवाना विवि ने इस वर्ष स्पार्क नामक पाठ्यक्रम शुरू किया है। इस वर्ष अतिवृष्टि के कारण दोनों जिलों में फसलों का काफी नुकसान हुआ। घर की माली हालत कमजोर होने के कारण किसी भी प्रकार के पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने विद्यार्थियों समेत अभिभावकों को वित्तीय संकटों का सामना करना पड़ रहा है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए विवि के प्रबंधन परिषद ने वर्ष 2022-23 के लिए स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम के प्रथम वर्ष के लिए विद्यार्थियों को नि:शुल्क प्रवेश देने का फैसला लिया है।
विद्यार्थियों को शिक्षा ग्रहण करते समय निर्माण होने वाली समस्याओं को देखते हुए उन्हें छात्रावास में नि:शुल्क प्रवेश के साथ क्रांतिवीर बाबूराव शेडमाके कमओ और सीखो योजना के तहत विद्यार्थियों को रोजगार उपलब्ध कराने का प्रयास भी विवि के माध्यम से किया जाएगा। छात्रावास में अधिकाधिक विद्यार्थियों को प्रवेश देने के लिए विवि ने शासकीय विज्ञान महाविद्यालय और कृषि महाविद्यालय के छात्रावास का अधिग्रहण करने का फैसला भी लिया है। विद्यार्थियों से अधिकाधिक संख्या में प्रवेश लेने की अपील विवि कुलपति डा. प्रशांत बोकारे ने की है।्ष के लिए विद्यार्थियों से अधिकाधिक संख्या में प्रवेश लेने की अपील विवि कुलपति डा. प्रशांत बोकारे ने की है।