अब और बढ़ेगी नागपुरी संतरे की मांग, पंजाब के कीनू को देगा मात
कृषि महाविद्यालय का प्रयोग अब और बढ़ेगी नागपुरी संतरे की मांग, पंजाब के कीनू को देगा मात
डिजिटल डेस्क, नागपुर। आने वाले समय में पंजाब के ‘कीनू’ को नागपुरी संतरा टक्कर देगा। इससे नागपुरी संतरे की मांग बढ़ सकती है। वर्तमान में विदर्भ का संतरा पंजाब के कीनू (संतरा) की तुलना में ज्यादा टेस्टी होता है, लेकिन अपेक्षाकृत कम आकर्षक होने के कारण लोग ज्यादा नहीं खरीदते हैं। ऐसे में नागपुरी संतरे को आकर्षक बनाने के लिए कृषि महाविद्यालय नागपुर की ओर से संशोधन किया जा रहा है, ताकि वह ‘कीनू’ की तरह आकर्षित करे।
वर्तमान स्थिति
विदर्भ में बड़े पैमाने पर संतरे की पैदावार होती है। इस कारण बाजार में आवक भी बहुत ज्यादा होती है, लेकिन दिखने में हरा, नारंगी धब्बे, स्कीन ढीली व आकार में छोटा होता है। इसकी तुलना में पंजाब से आनेवाले कीनू दिखने में डार्क नारंगी रंग का होता है। वहीं, इसका आकार भी बड़ा होता है। स्कीन भी टाइट होती है। ऐसे में ग्राहक नागपुरी संतरे के बजाय इन्हें प्राथमिकता देते हैं। लेकिन कृषि अधिकारी के अनुसार, नागपुरी संतरा टेस्ट में कीनू से ज्यादा अच्छा होता है। इसमें शुगर व खट्टेपन का बराबर मेल होता है।
ऐसे बनाएंगे आकर्षक
कृषि महाविद्यालय की ओर से नागपुर, अकोला, काटोल आदि क्षेत्र के संतरों के बगीचों को खंगाला गया है। गुणवत्तापूर्ण संतरे के पेड़ों की तलाश की है। क्वालिटी के हिसाब से पौधों को वर्गीकृत किया गया। किसी पौधे पर ज्यादा डार्क रंग के संतरे, तो कोई आकार में बड़ा था। किसी-किसी की स्कीन मौसंबी की तरह मोटी व आकार भी बड़ा था। इन पेड़ों की कलम को जमाया गया। अध्ययन के लिए मुंबई के भाभा अनुसंधान केन्द्र में भेजा गया। अब इसमें और भी बदलाव करते हुए इन कलमों को नागपुर में लाकर अलग बाग तैयार की जा रही है। अधिकारियों का मानना है कि इस प्रक्रिया से एक परिपूर्ण तरीके का संतरा मिलेगा। उसमें वह सभी गुण देखने को मिलेंगे, जो कीनू में होते हैं। टेस्ट में तो यह कीनू से अच्छा होगा ही।