Assam-Mizoram Border Dispute: सीमा विवाद सुलझाने के लिए स्पेस टेक्नोलॉजी का होगा उपयोग, NESAC बॉर्डर एरिया की सैटेलाइट मैपिंग करेगा
Assam-Mizoram Border Dispute: सीमा विवाद सुलझाने के लिए स्पेस टेक्नोलॉजी का होगा उपयोग, NESAC बॉर्डर एरिया की सैटेलाइट मैपिंग करेगा
डिजिटल डेस्क, गुवाहाटी। मिजोरम और असम के बीच चल रहे सीमा विवाद को सुलझाने के लिए स्पेस टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाएगा। डिपार्टमेंट ऑफ स्पेस और नॉर्थ ईस्टर्न काउंसिल (NEC) का जॉइंट इनिशिएटिव नॉर्थ ईस्टर्न स्पेस एप्लीकेशन्स सेंटर (NESAC) बॉर्डर एरिया की सैटेलाइट मैपिंग करेगा। इससे इंटर स्टेट बाउंड्री को "वैज्ञानिक रूप से" सीमांकित करने में मदद मिलेगी। दिलचस्प बात यह है कि गृह मंत्री अमित शाह ने कुछ महीने पहले एनईएसएसी को नॉर्थईस्ट रीजन में इंटर-स्टेट बॉर्डर एरिया और फॉरेस्ट की मैपिंग का सुझाव दिया था ताकि राज्यों के बीच की बॉर्डरों के सीमांकन का वैज्ञानिक आधार हो। एनईएसएसी पहले से ही पूर्वोत्तर क्षेत्र में बाढ़ प्रबंधन के लिए अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी का उपयोग कर रहा है।
बता दें कि असम और मिजोरम के बीच सोमवार को हुई झड़प में पांच पुलिस अधिकारियों समेत छह लोगों की मौत हो गई थी। मिजोरम-असम सीमा पर स्थिति जून के अंत से तनावपूर्ण बनी हुई है। असम पुलिस ने मिजोरम पर अपने क्षेत्र में अतिक्रमण करने का आरोप लगाते हुए वैरेंगटे से लगभग 5 किमी दूर "ऐतलंघनार" नामक क्षेत्र पर कथित रूप से नियंत्रण कर लिया था। इसके बाद से दोनों राज्यों के बीच विवादित क्षेत्र को लेकर बार-बार झड़पें होती रही हैं। मिजोरम के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बीते दिनों बताया था कि अज्ञात बदमाशों द्वारा आठ किसानों की झोपड़ियों में आग लगाने के बाद तनाव और बढ़ गया। यह घटना रात करीब 11.30 बजे की था। यह घटना शिलांग में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक के एक दिन बाद हुई थी, जिसमें सीमा का मुद्दा उठाया गया था। किसानों की झोपड़ियों में आग लगने से बढ़े तनाव के बाद उपद्रवियों की गोलीबारी में असम पुलिस के5 जवान शहीद हो गए थे। 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा पर बॉर्डर विवाद को लेकर मिजोरम पुलिस ने मामला भी दर्ज किया है। इसे लेकर सीएम ने एक ट्वीट में लिखा, "किसी भी जांच में शामिल होने में बहुत खुशी होगी। लेकिन मामला एक न्यूट्रल एजेंसी को क्यों नहीं सौंपा जा रहा है, खासकर जब घटना की जगह असम के संवैधानिक क्षेत्र के भीतर है? यह पहले ही मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथंगा जी को बता चुके हैं।" हिमंत बिस्वा सरमा पर हत्या के प्रयास और आपराधिक साजिश के आरोप में शुक्रवार को मामला दर्ज किया गया था। 26 जुलाई को मिजोरम के कोलासिब जिले के वैरेनगटे शहर के बाहरी इलाके में हुई हिंसक झड़प को लेकर असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा, राज्य पुलिस के चार वरिष्ठ अधिकारियों और दो और अधिकारियों के खिलाफ ये मामला दर्ज किया गया है।