देशमुख को हटाने का कोई प्रस्ताव नहीं : दुआ
पॉलिटिक्स देशमुख को हटाने का कोई प्रस्ताव नहीं : दुआ
डिजिटल डेस्क , नागपुर। यह पॉलिटिक्स है जनाब। गुलाटी मारने में देर नहीं लगती। इसे ताजा मामले से समझा जा सकता है। नागपुर जिला ग्रामीण कांग्रेस कमेटी की बैठक में आशीष देशमुख को पार्टी से बाहर करने का प्रस्ताव पारित किया गया। बाद में पशुपालन मंत्री आक्रामक हो उठे। उनकी आक्रामकता अगले दिन सुर्खियां बनीं।
मुलक की नजर : एक्शन का रिएक्शन
नागपुर जिला ग्रामीण कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेंद्र मुलक ने इस मामले में बचते-बचाते कहा कि सभी लोगों को अपने विचार रखने का अधिकार है। आशीष देशमुख ने पहले अपना मत रखा। बैठक में सुनील केदार के समर्थकों ने अपने विचार रखे। एक्शन का ही रिएक्शन होता है। अब अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव और महाराष्ट्र के सह प्रभारी आशीष दुआ ने कहा है कि नागपुर जिला ग्रामीण कांग्रेस ने प्रदेश कांग्रेस के महासचिव आशीष देशमुख को पार्टी से बाहर करने को लेकर कोई प्रस्ताव पास नहीं किया है। इस संबंध में जिला ग्रामीण कांग्रेस के अध्यक्ष राजेन्द्र मुलक से उनकी बातचीत हुई है। इधर इस मुद्दे पर आशीष देशमुख ने कहा कि अभी मेरे पिताजी की तबीयत ठीक नहीं है, इस पर बाद में बात करूंगा। बता दें कि बैठक के वीडिआे भी वायरल हो चुके है।
उस दिन... प्रस्ताव तो पारित हुआ था
दरअसल, आशीष देशमुख ने अपनी ही पार्टी के मंत्री सुनील केदार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने केदार को भ्रष्टाचार के आरोप में मंत्रिमंडल से हटाने की मांग मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से की है। जिला ग्रामीण कांग्रेस ने आशीष देखमुख की इस मांग को पार्टी विरोधी मानते हुए उन्हें पार्टी से निष्कासित करने संबंधी प्रस्ताव पारित कर दिया है। नई दिल्ली ब्यूरो के अनुसार, इस संबंध में जिला ग्रामीण अध्यक्ष राजेन्द्र मुलक ने प्रभारी सचिव आशीष दुआ को स्पष्ट किया है कि ऐसा कोई प्रस्ताव पारित नहीं हुआ है।
असली बात... दिल्ली दरबार गंभीर नहीं
सूत्र बताते हैं कि सुनील केदार और आशीष देशमुख के बीच जारी सियासी संग्राम को दिल्ली ज्यादा अहमियत देने के मूड में नहीं है। पार्टी इसे स्थानीय स्तर पर दो नेताओं के बीच का विवाद मान रही है। पार्टी के एक नेता ने बताया कि दोनों नेता विधानसभा सीट को लेकर एक दूसरे से उलझे हुए हैं।
लेकिन नाना गंभीर... कहा- कार्रवाई होनी चाहिए
इस मुद्दे पर महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले का कहना है कि मेरे पास संबंधित विवाद पहुंचा है। सुनील केदार ने आशीष देशमुख के खिलाफ जिस भाषा का इस्तेमाल किया है, वह ठीक नहीं है। उन्हें एेसे नहीं बोलना चाहिए था। हालांकि जो पार्टी से गद्दारी करते हैं, उन पर कार्रवाई होनी चाहिए।