पड़ोसी युवक ने अपहरण और रेप के बाद 7 साल की बालिका को गला दबाकर मार डाला
सतना पड़ोसी युवक ने अपहरण और रेप के बाद 7 साल की बालिका को गला दबाकर मार डाला
डिजिटल डेस्क सतना। सभापुर थाना क्षेत्र के एक गांव से 11 दिन पहले गायब हुई 7 वर्षीय बालिका को उसके ही पड़ोसी ने अपहरण और रेप करने के बाद मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने इस सनसनीखेज घटना का खुलासा कर आरोपी को पकड़ लिया है।
क्या है मामला ---
एसडीओपी आशीष जैन ने बताया कि 17 नवंबर की सुबह बालिका अपने घर के बाहर खेलते-खेलते लापता हो गई और काफी तलाश करने के बाद भी उसका पता नहीं चला तो पिता ने देर शाम थाने पहुंचकर शिकायत की, जिस पर धारा 363 का अपराध दर्ज कर खोजबीन शुरू कर दी गई। गांव और आसपास के कुंआ, तालाब और नालों में सर्चिंग के साथ सभी संभावित स्थानों पर पतासाजी कराई गई, मगर कोई नतीजा नहीं निकला।
ऐसे हुआ संदेह ---
लापता बच्ची की तलाश के दौरान पड़ोसियों और ग्रामीणों से भी पूछताछ की गई थी, जिनमें से उसके मकान के ठीक बगल में रहने वाले राजेश पुत्र जनार्दन रजक (38) का बयान संदिग्ध लगा और उसके द्वारा दी गई जानकारी की भी पुष्टि नहीं हो पाई। लिहाजा युवक को हिरासत में लेकर कड़ाई से सवाल-जवाब किए गए तो उसने सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा कर दिया।
इस बात से था नाराज ---
आरोपी ने पुलिस को बताया कि लड़की का पिता अक्सर अपने परिचितों और दोस्तों को घर बुलाकर महफिल जमाता था, जिनमें से कुछ लोग उसकी पत्नी के साथ छीटाकशी और अश्लील हरकत भी करने लगते थे। इस बात को लेकर आरोपी ने आपत्ति जताई और बाहरी लोगों के घर बुलाने से मना भी किया, लेकिन बच्ची का पिता नहीं माना। तब आरोपी ने बदला लेने के इरादे से 17 नवंबर की सुबह लगभग 11 बजे घर के दरवाजे पर खेल रही बच्ची को बिरसिंहपुर बाजार घुमाने के बहाने बाइक पर बैठाया और 8 किलोमीटर दूर बुंदेला पुरवा के जंगल में ले गया, जहां पहले रेप किया, फिर गला दबाकर हत्या कर दिया। बालिका की लाश को वहीं झाडिय़ों में फेंककर आरोपी राजेश गांव लौट आया और पूरे समय परिवार वालों के साथ उसकी तलाश का नाटक करता रहा।
तीन डॉक्टरों ने किया पीएम ---
आरोपी की निशानदेही पर जंगल से बच्ची की लाश बरामद कर ली गई, जिसका पोस्टमार्टम रविवार दोपहर को जिला अस्पताल में डॉ. अभिनव चौरसिया, डॉ. संदीप द्विवेदी और डॉ. विदुषी पांडेय के तीन सदस्यी पैनल से शव का पोस्टमार्टम कराया गया। वहीं आरोपी राजेश को न्यायालय में पेश करते हुए सेंट्रल जेल भेज दिया गया। पुलिस ने प्रकरण में धारा 363 के साथ 376ए, 376बी, 364, 201 आईपीसी और पाक्सो एक्ट की धारा 4 का इजाफा कर बाइक को भी जब्त कर लिया है।
एसपी ने टीम को दिया इनाम ---
इस कार्रवाई में सभापुर टीआई राजेन्द्र मिश्रा, एसआई वीरेन्द्र तिवारी, एएसआई इंद्रदेव दुबे, इदरीश खान, प्रधान आरक्षक आशीष तिवारी, पिं्रस गर्ग, सुरेश सिंह, दानबहादुर सिंह, आरक्षक संजय यादव, मंगल सिंह, अमोल कुमार, शहंशाह खान, कुसुमकली, दिव्या पटेल, प्रशांत यादव, विकास सिंह और विनीत मौर्य ने अहम भूमिका निभाई। पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता ने पूरी टीम को 10 हजार रुपए के नगद इनाम से पुरस्कृत करने की घोषणा की है।