उद्योगों को बढ़ावा देने निवेशकों के लिए अच्छा माहौल तैयार करने की जरूरत
जिलाधिकारी मीणा ने कहा उद्योगों को बढ़ावा देने निवेशकों के लिए अच्छा माहौल तैयार करने की जरूरत
डिजिटल डेस्क,गड़चिरोली। समूचे राज्य के एकमात्र गड़चिरोली जिले में सर्वाधिक 78 प्रतिशत जंगल उपलब्ध है। यहां प्रचूर मात्रा में वनोपज उपलब्ध होकर वनोपज और धान उत्पादन पर आधारित उद्योग निर्माण करने के लिए निवेशकों के लिए आवश्यक पोषक वातावरण तैयार करने की आवश्यकता है। उक्ताशय के विचार जिलाधिकारी संजय मीणा ने व्यक्त किये। गड़चिरोली में निवेशकों को प्रोत्साहन, निर्यात, व्यवसाय में सुलभता और एक जिला एक उत्पादन विषय पर जिला स्तरीय परिषद का आयोजन किया गया। इस परिषद में वे बतौर प्रमुख मार्गदर्शक के रूप में बोल रहे थे।
परिषद में गड़चिरोली के उपवनसंरक्षक मिलेश शर्मा, मुंबई मैत्री कक्ष के नोडल अधिकारी डी. जी. महाजन, जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक स्वप्नील राठौड, प्रबंधक अतुल पवार, अतुल हुरकत, सीए युवराज टेंभूर्णे, जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी बसवराज मास्तोडी प्रमुखता से उपस्थित थे। इस समय जिलाधिकारी मीना ने कहा कि, बाहरी क्षेत्र के निवेशक यदि गड़चिरोली में पहुंचेंगे तभी जिले की आय बढ़ेगी। जिले में धान के साथ विभिन्न प्रकार के तकरीबन 84 उत्पादन उपलब्ध है। इस पर आधारित उद्योग जिले में ही शुरू हो सकते है। इन उद्योगों को शुरू करने के लिए निवेशकों के लिए पोषक वातावरण तैयार करने की आवश्यकता है। इस समय उपस्थित अन्य अतिथियों ने भी मार्गदर्शन किया। परिषद के दौरान एक जिला एक उत्पादन के लिए धान उत्पादन का चयन इस समय किया गया। परिषद में प्रदेश के विभिन्न कोनों से पहुंचे निवेशक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।