Punjab Political Crisis: सिद्धू ने समर्थकों के साथ स्वर्ण मंदिर में टेका माथा, अमरिंदर से माफी मांगने के लिए तैयार नहीं
Punjab Political Crisis: सिद्धू ने समर्थकों के साथ स्वर्ण मंदिर में टेका माथा, अमरिंदर से माफी मांगने के लिए तैयार नहीं
डिजिटल डेस्क, अमृतसर। पंजाब कांग्रेस के भीतर चल रहा सियासी संकट अभी खत्म नहीं हुआ है। पंजाब कांग्रेस के नए अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू पार्टी के कार्यकर्ताओं से मिल रहे हैं। वहीं, आज उनके मेगा शो में समर्थकों की भीड़ देखी गई। सिद्धू समर्थकों के साथ अमृतसर के स्वर्ण मंदिर दर्शन करने के लिए पहुंचे। नवजोत सिंह सिद्धू ने दावा किया है कि उनके समर्थन में कांग्रेस के मौजूदा 80 विधायकों में से 62 उनके साथ हैं।
Winds of Change - Of the People By the People For the People | Chandigarh to Amritsar | 20 July 2021 pic.twitter.com/CRBQLqMJk2
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) July 21, 2021
कांग्रेस हाईकमान पंजाब में विधानसभा चुनाव 2022 से पहले सभी तरह के सियासी मतभेद को खत्म करना चाहती है। लेकिन, सिद्धू अमरिंदर की लड़ाई जारी है। अमरिंदर सिंह साफ कर चुके हैं कि नवजोत सिंह सिद्धू को पहले उनसे सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी होगी। उसके बाद ही बात की जाएगी। सूत्रों के मुताबिक, नवजोत सिंह सिद्धू किसी भी हाल में कैप्टन अमरिंदर सिंह से सार्वजनिक तौर पर माफी नहीं मांगेंगे।
नए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बने सिद्धू लगातार समर्थकों से मिल रहे हैं। बुधवार को नवजोत सिंह सिद्धू अमृतसर में हैं और उनके घर पर विधायकों का जुटना जारी है। नवजोत सिंह सिद्धू को अभी तक कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बधाई नहीं दी है। कैप्टन की ओर से साफ कर दिया गया है कि जबतक नवजोत सिंह सिद्धू उनसे सार्वजनिक माफी नहीं मांगेंगे, वो मुलाकात नहीं करेंगे।
बीते कुछ समय में सिद्धू द्वारा राज्य सरकार के खिलाफ किए गए ट्वीट से छवि खराब होने के कारण कैप्टन अमरिंदर उनसे खफा हैं। यही कारण है कि पंजाब में भले ही कांग्रेस ने नवजोत सिंह सिद्धू के हाथ में कमान दे दी हो। लेकिन, अभी तक पूरा संकट टला नहीं है, क्योंकि कैप्टन खुलकर सिद्धू के साथ खड़े होते नहीं दिखाई दिए हैं जो पार्टी की चिंता बढ़ा सकता है।
मुख्यमंत्री अमरिंदर के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने एक ट्वीट में कहा, नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा कैप्टन अमरिंदर से मिलने के लिए समय मांगने की खबरें पूरी तरह झूठी हैं। उन्होंने कहा, कोई समय नहीं मांगा गया है। रुख में कोई बदलाव नहीं हुआ है। मुख्यमंत्री नवजोत सिंह सिद्धू से तब तक नहीं मिलेंगे, जब तक कि वह उनके खिलाफ व्यक्तिगत रूप से अपमानजनक सोशल मीडिया हमलों के लिए सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांग लेते।
साथ ही कैबिनेट मंत्री ब्रह्म महिंद्रा ने नए राज्य इकाई के प्रमुख के रूप में सिद्धू की नियुक्ति का स्वागत किया, लेकिन मुख्यमंत्री के साथ अपने मुद्दों को हल करने तक उनके साथ व्यक्तिगत बैठक से इनकार किया। महिंद्रा ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि सिद्धू को नियुक्त करने का फैसला आलाकमान ने लिया है और यह स्वागत योग्य है। महिंद्रा ने कहा, हालांकि, मैं उनसे (सिद्धू) तब तक नहीं मिलूंगा, जब तक कि वह मुख्यमंत्री से नहीं मिलते और उनके साथ अपने मुद्दों का समाधान नहीं कर लेते। उन्होंने कहा कि अमरिंदर सिंह कांग्रेस विधायक दल के नेता हैं और वह उनका अनुसरण करने के लिए बाध्य हैं।
बिजली संकट और बेअदबी के मुद्दे पर अपनी सरकार को निशाना बनाने के लिए सिद्धू से कथित रूप से नाराज अमरिंदर सिंह ने सिद्धू की नियुक्ति से एक दिन पहले 17 जुलाई को राज्य पार्टी प्रभारी हरीश रावत से स्पष्ट रूप से कहा था कि उन दोनों के बीच तब तक कोई मेल-मिलाप नहीं होगा, जब तक सिद्धू सार्वजनिक रूप से अपने अपमानजनक ट्वीट और साक्षात्कार के लिए माफी नहीं मांगते।