कोरोना वायरस का असर: NEET एग्जाम को लेकर असमंजस, स्थगित करने पर कोई फैसला नहीं
कोरोना वायरस का असर: NEET एग्जाम को लेकर असमंजस, स्थगित करने पर कोई फैसला नहीं
डिजिटल डेस्क,नागपुर। अंडरग्रेजुएट मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट (नेशनल इलिजिबिलिटी एंट्रेंस टेस्ट) को लेकर परीक्षार्थियों में असमंजस है। इस वर्ष परीक्षा के लिए 15 लाख 93 हजार विद्यार्थियों ने पंजीयन कराया है। एक ओर जहां नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने जेईई मेन्स परीक्षा स्थगित की है। 3 मई को होने जा रही नीट परीक्षा को स्थगित करने पर अब तक कोई फैसला नहीं हुआ है। हांलाकि 27 मार्च को जारी होने वाले हॉल टिकट और कुछ दिन टल सकते हैं।
बता दें कि नीट परीक्षा 3 मई को होनी है, अधिकारियों को लग रहा है कि तब तक स्थिति सामान्य हो सकती है। तब ही एनटीए ने विद्यार्थियों को पढ़ाई जारी रखते हुए नियमित वेबसाईट चेक करते रहने के निर्देश दिए है। तय टाईमटेबल के अनुसार देश भर में यह परीक्षा 11 भाषाओं में होगी और इसके नतीजे 4 जून को जारी किए जाएंगे। बता दें कि देश भर में जारी कोरोना वायरस के अलर्ट का असर शिक्षा व्यवस्था पर भी पड़ा है। अधिकांश शिक्षा संस्थाओं और शिक्षा मंडलों की परीक्षाएं टाल दी गई है। जेईई मेन्स और एमएचसीईटी जैसी अंडरग्रेजुएट पाठ्यक्रमों की प्रवेश परीक्षाएं भी स्थगित कर दी गई है। लेकिन नीट संबंधि ऐसी कोई सूचना ना आने से विद्यार्थी असमंजस में है। इसके पूर्व
ये परीक्षाएं हो चुकी रहै स्थगित
इसके पहले स्टेट कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (सीईटी) सेल ने महाराष्ट्र कॉमन एंट्रेंस टेस्ट सेल (एमएचसीईटी) स्थगित कर दी है। यह परीक्षा 13 से 23 अप्रैल तक होने वाली थी। सीईटी सेल ने अपनी वेबसाईट पर इसका सर्कूलर जारी कर दिया है। सीईटी सेल ने विद्यार्थियों से परीक्षा की तैयारी जारी रखते हुए लगातार अधिकृत वेबसाईट चेक करने के निर्देश दिए है। हांलाकि 5 अप्रैल को जारी होने वाले एडमिट कार्ड जनरेट होंगे या नहीं इस पर सीईटी सेल की ओर से कुछ नहीं कहा गया है। इसके पूर्व 28 मार्च को होने वाली एमसीए प्रवेश परीक्षा को भी स्थगित कर दिया गया है।
इधर जेईई मेन्स को भी पहले ही स्थगित कर दिया गया है। दरअसल काेरोना संक्रमण को रोकने के उद्देश्य से लगभग सभी प्रवेश परीक्षाएं स्थगित की जा रही है। परीक्षा के लिए जुटने वाले विद्यार्थियों और परीक्षकों की भीड़ को टालने की दृष्टी से यह कदम उठाया गया है। उल्लेखनीय है कि इसके पूर्व जेईई मेन्स परीक्षा भी स्थगित की जा चुकी है। हर वर्ष एमएचसीईटी परीक्षा में राज्य से करीब 4 लाख विद्यार्थी शामिल होते है। विदर्भ के 40 हजार विद्यार्थी शामिल होते हैं। राज्य में इंजीनिरिंग, फार्मसी, एग्रीकल्चर और अन्य संबंधित पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए एमएचसीईटी परीक्षा ली जाती है।