नप के नए टैक्स से जनता की टूटी कमर, मोर्चा निकालने की दी चेतावनी
आक्रोश नप के नए टैक्स से जनता की टूटी कमर, मोर्चा निकालने की दी चेतावनी
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। नगर परिषद के तत्कालीन भाजपा के पदाधिकारियों ने अपने कार्यकाल में टैक्स में वृद्धि कराने का फैसला लिया। जिसका खामियाजा अब नगर वासियों को भुगतना पड़ रहा है। वहीं आगामी नप चुनाव के मद्देनजर अब खुद ही भाजपा के पदाधिकारी सुधारित टैक्स को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। बढ़ाया गया टैक्स भाजपा पदाधिकारियों की ही देन है। इस मामले की कड़ी जांच करते हुए दोषी अधिकारियों व पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करें। साथ ही सुधारित टैक्स को रद्द करते हुए नियमानुसार टैक्स में वृद्धि करें। इस मांग को लेकर कांग्रेस के पदाधिकारियों ने अब नप कार्यालय पर मोर्चा निकालने की चेतावनी दी है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष महेंद्र ब्राह्मणवाडे और शहर अध्यक्ष सतीश विधाते ने एक पत्र परिषद में बताया कि, सुधारित टैक्स को रद्द करने के लिए जिलाधिकारी संजय मीना को ज्ञापन सौंपा गया है। 13 जनवरी 2020 की नप की स्थायी समिति की सभा में सत्ताधारी भाजपा खेमे के पदाधिकारियों ने टैक्स वृद्धि करने का फैसला लिया था।
कांग्रेस पार्टी के विरोधी पार्षदों ने इसका पूरजोर विरोध दर्शाया था। लेकिन संख्या बल कम होने के कारण यह प्रस्ताव पारित किया गया। इस निर्णय के खिलाफ कांग्रेस के शहर अध्यक्ष व पूर्व पार्षद सतीश विधाते ने 18 मार्च 2020 को जिलाधिकारी से शिकायत भी की थी। जिसके कारण टैक्स वृद्धि कुछ दिनों के लिए रोक दी गयी थी। इस बीच राज्य सरकार के आदेशों का पालन करते हुए शहर का मूल्यांकन किया गया। सरकार द्वारा इस कार्य के के लिए एस-2 नामक कंपनी को चुना गया था। गड़चिरोली शहर में इस कंपनी ने करीब 95.63 प्रतिशत कार्य पूर्ण किया। लेकिन इसी बीच सत्ताधारी भाजपा खेमे के पदाधिकारियों ने डेढ़ करोड़ रुपए की नई निविदा जारी करते हुए अमरावती की कोर कंपनी को यही कार्य दोबारा सौंपा। इस कंपनी द्वारा किए गए मूल्यांकन के बाद टैक्स वृद्धि की गयी। भाजपा की तत्कालीन नगराध्यक्ष, सभापति और पार्षदों ने ही सुधारित टैक्स लागू करने का प्रस्ताव पारित किया और अब आगामी चुनाव के मद्देनजर इसी टैक्स को रद्द करने की मांग जिलाधिकारी से की जा रही है। पत्र परिषद में कांग्रेस के जिला प्रभारी डा. नामदेव िकरसान, पूर्व पार्षद राजेश कात्रटवार, रमेश चौधरी, गुलाब मडावी, अनुसूचित जाति सेल के जिलाध्यक्ष रजनीकांत मोटघरे, वसंत राऊत, संजय चन्ने, मिलिंद बारसागडे आदि उपस्थित थे।