145 परिचारिकाओं की सेवा समाप्त होगी
नागपुर 145 परिचारिकाओं की सेवा समाप्त होगी
डिजिटल डेस्क, नागपुर। अनुबंध पर सेवा दे रही परिचारिकाओं की सेवा समाप्त करने का राज्य सरकार ने निर्णय लिया है। इस निर्णय से राज्य में 597 परिचारिकाओं की 31 अक्टूबर काे सेवा समाप्त हो जाएगी। नागपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्र में 145 परिचारिकाएं अनुबंध पर हैं। 15 साल लगातार स्वास्थ्य सेवा देने के बाद सरकार के इस निर्णय से उन पर बेरोजगारी का संकट मंडरा रहा है। आरोग्य सेविका संगठन ने उनका रिक्त पदों पर समायोजन करने की मांग की है। जिप सीईओ योगेश कुंभेजकर को मांग का ज्ञापन सौंपा गया।
कोरोनाकाल में निभाई अहम भूमिका : कोरोना के संकट में परिचारिकाओं ने अहम भूमिका निभाई। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, उपकेंद्र तथा कोविड केयर सेंटर में परिचारिकाओं ने जान खतरे में डालकर मरीजों को सेवा दी। कोरोना संकट में परिचारिकाओं ने जान जोखिम में डालकर कोरोना मरीजों तक औषधि पहुंचाने का साहस दिखाया। उसके अलावा सभी राष्ट्रीय कार्यक्रम, अभियान, संक्रामक तथा गैरसंक्रामक रोग नियंत्रण कार्यक्रम में योगदान दिया। सरकार उनकी सेवा पर संज्ञान लेकर उन्हें नियमित करने की आस लगाए थीं, लेकिन सरकार ने सेवा समाप्त करने का निर्णय लेकर निराश किया है।
संगठन ने दी काम बंद आंदोलन करने की चेतावनी : सरकार से यह निर्णय वापस लेकर रिक्त जगह समायोजन करने की मांग आरोग्य सेविका संगठन ने की है। अन्यथा काम बंद आंदोलन छेड़ने की चेतावनी संगठन ने दी है। सीईओ को मिले प्रतिनिधिमंडल में संगठन की प्रदेश महासचिव कुंदा सहारे, यामिनी ठाकरे, सुनंदा साठे, रूपाली तिड़के, माया रंगारी, सपना वासनिक, छाया चौधरी, मनीषा मेंढे, सुलभा नरांजे, माधुरी पाटील, मृणाली दोनाड़कर, हेमलता वंजारी, मनीषा दोनाड़कर आदि का समावेश रहा।