कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर मप्र सरकार सतर्क, बंदिशों का दौर फिर शुरु
तीसरी लहर का डर कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर मप्र सरकार सतर्क, बंदिशों का दौर फिर शुरु
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार कोरोना के मरीजों की बढ़ती संख्या और विदेशी मुल्कों में कोरोना के नए वेरिएंट की सूचना पर सतर्क हो गई है। राज्य सरकार ने तय किया है कि स्कूलों में 50 फीसदी बच्चे ही आएंगे और बीते एक माह में विदेश से वापस लौटे लोगों की जांच हेागी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार केा आधिकारियों के साथ बैठक ली और कहा है कि कोरेाना के नए वेरिएंट के कुछ देशों में फैलने की सूचना है। अभी भारत में इसके मामले नहीं मिले हैं, लेकिन हमने मध्य प्रदेश में सतर्कता के लिए कुछ निर्णय लिए हैं। केंद्र सरकार की गाइडलाइन के साथ ही कुछ अतिरिक्त सावधानियां बरती जाएंगी।
चौहान ने आगे कहा , हमने तय किया है कि कल सोमवार से स्कूल खुलेंगे लेकिन बच्चों की उपस्थिति 50 प्रतिशत ही रखी जाएगी। यानी सप्ताह के छह दिनों में बच्चे तीन दिन ही स्कूल जाएंगे। 50 प्रतिशत बच्चे तीन दिन और दूसरे 50 प्रतिशत बच्चे तीन दिन स्कूल पहुंचेंगे। स्कूलों को विकल्प के तौर पर ऑनलाइन क्लास भी जारी रखने होंगे। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि अभिभावक यदि बच्चों को स्कूल न भेजना चाहें, तो उनके पास ऑनलाइन क्लास का विकल्प होना चाहिए। बच्चों को स्कूल भेजने के लिए अभिभावक की सहमति ही जरूरी होगी। यदि वह सहमत हैं, तो ही बच्चे स्कूल जाएंगे।
विदिशा से लौटने वालों केा लेकर मुख्यमंत्री चौहान ने कहा , जो लोग पिछले एक महीने में अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से दूसरे देशों से मध्यप्रदेश आए हैं, उनकी जांच भारत सरकार द्वारा निर्धारित नियमों के आधार पर होगी। यदि उनमें कोई भी लक्षण दिखते हैं, तो उन्हें आइसोलेट किया जाएगा। जिनोम सीक्वेंसिंग के सैंपल की संख्या भी बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। अस्पतालों में बेहतर इंतजाम किए जाने केा लेकर मुख्यमंत्री ने बताया कि मैंने निर्देश दिए हैं कि जो आवश्यक दवाएं हैं, उनकी उपलब्धता सुनिश्चित कर ली जाए। रेमडेसीविर इंजेक्शन सहित अन्य दवा, उपकरणों से लेकर ऑक्सीजन की लाइनों और ऑक्सीजन प्लांट को भी दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं। अस्पतालों में भी सभी इंतजाम करने के लिए मैंने निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री चौहान एक दिसंबर को क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों से चर्चा करेंगे। उनका कहना है कि सबको हम तैयार रखेंगे कि तीसरी लहर आये, तो उससे पूरी क्षमता से लड़ सकें। प्रदेशवासी जागरुक रहें, मास्क लगायें और यथासंभव दूरी बनाये रखें, हाथ पहले की तरह साफ करते रहें।
राज्य के इंदौर व भोपाल में पिछले दोनों कोरोना मरीजों की संख्या मंे तेजी से बढ़ोत्तरी हुई है। इसकेा लेकर मुख्यमंत्री ने कहा, दो शहरों में भोपाल एवं इंदौर से ही कुछ पॉजिटिव प्रकरण आ रहे हैं। इनकी संख्या भी ऐसी नहीं है कि हमारे मन में डर पैदा करे, लेकिन सावधानी जरूरी है। अफ्रीका और दूसरे देशों में जो यह नया वैरिएंट है, ज्यादा तेजी से फैलता है, ऐसे समाचार आ रहे हैं। इसलिए सावधानी आवश्यक है। प्रदेशवासी बिलकुल भी असावधान न रहें। संक्रमण फैलने से रोकने के लिए जो नियम हैं, उनका पालन अवश्य करें। सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी। हमारी कोशिश रहेगी कि तीसरी लहर न आये।
(आईएएनएस)