डिंडौरी में भाजपा-कांग्रेस में सीधा मुकाबला, लेकिन नाराज हैं सवर्ण मतदाता
डिंडौरी में भाजपा-कांग्रेस में सीधा मुकाबला, लेकिन नाराज हैं सवर्ण मतदाता
- आदिवासी बाहुल्य है डिंडौरी जिला
- जिले की एक सीट भाजपा और एक कांग्रेस के खाते में
- डिंडौरी में भाजपा-कांग्रेस में सीधा मुकाबला
डिजिटल डेस्क, डिंडौरी । मध्य प्रदेश का डिंडौरी जिला छत्तीसगढ़ की सीमा से लगा हुआ है। जिले में जातीय समीकरण खासा मायने रखता है। आगामी चुनावों में डिंडौरी की दोनों ही सीटों पर कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधी टक्कर होने वाली है। दोनों ही दलों के नेता अपने-अपने क्षेत्र में चुनाव को देखते हुए सक्रिय हो चुके हैं। वहीं जिले के नाराज सवर्ण मतदाता नोटा का बटन भी दबा सकते हैं।
जिले में विधासभा क्षेत्रों की संख्या और विधायक
- डिंडौरी विधायक- ओमकार मरकाम (कांग्रेस)
- शहपुरा विधायक - ओमप्रकाश धुर्वे (भाजपा)
विधानसभावार मतदाताओं की संख्या
- डिंडौरी - 230970 कुल मतदाता
- शहपुरा - 244254, कुल मतदाता
क्षेत्र में विकास
पिछले चुनाव के दौरान किए गए वायदों में उद्योग, रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य, फोरलेन, रेलवे लाईन, कृषि विस्तार और आदिवासियों का उत्थान, ग्राम सड़क, विद्युतीकरण, फोरलेन, जलाशयों का निर्माण ना होना अभी भी बड़े मुद्दे बने हुए हैं। ग्राम सड़क निर्माण कार्य तो हुए लेकिन जिले में यह कार्य भी अपूर्ण पड़े हुए हैं।
बड़ी घोषणाएं
- नर्मदा में समाहित नालों पर ट्रीटमेंट प्लांट
- फोरलेन
- बॉक्साइट खनिज के माध्यम से रोजगार
- स्वास्थ्य केन्द्रों व जिला चिकित्सालय का विस्तार
- मेडिकल व इंजीनियरिंग कॉलेज खोले जाने की योजना मूर्त रूप नहीं ले सकी
ये काम हुए
- शहपुरा व डिंडौरी में नल-जल योजना
- शहपुरा में बिलगांव जलाशय(मध्यम सिंचाई परियोजना)
- जिले में दो मॉडल कॉलेज
क्षेत्रीय मुद्दे
रेल लाइन, रोजगार, फोरलेन, तहसील का दर्जा, इंजीनियरिंग व मेडीकल कॉलेज इस बार क्षेत्र में चुनावी मुद्दे हैं।
जातिगत समीकरण
मूल रूप से जिला आदिवासी बाहुल्य है और यहां रुझान अंतिम दौर में सामने आता है। वैसे जिले में चुनाव की परिभाषा चुनाव चिन्ह हैं और इन्हीं आधार पर चुनाव होंगे। जिसमें कुछ बदलाव के संकेत सामने आ रहे हैं और गोंगपा अगर अपने प्रत्याशी मैदान में उतारता है तो दोनों विधानसभाओं में गणित गड़बड़ा सकता है।
अल्पसंख्यक की स्थिति और रुझान
जिले में 29.66 प्रतिशत अल्पसंख्यक और सामान्य वर्ग है जहां अल्पसंख्यकों का प्रतिशत 12.2 है जो कि अधिकांश कांग्रेस से जुड़े हैं।
रोजगार के लिए पलायन
रोजगार ना मिलने के कारण जिले के अनेक ग्रामों से आदिवासी अन्य जिलों में रोजगार पाने के लिए हजारों की संख्या में पलायन करते हैं।
लोकप्रिय नेता
कांग्रेस से- राहुल गांधी, कमलनाथ और नन्हें सिंह
भाजपा से- नरेन्द्र मोदी, शिवराज सिंह, ओमप्रकाश धुर्वे