पाइप टूटने से बोर में मोटर धंसी,माध्यमिक शाला किटहा में नल जल योजना ठप्प
पन्ना पाइप टूटने से बोर में मोटर धंसी,माध्यमिक शाला किटहा में नल जल योजना ठप्प
डिजिटल डेस्क,पन्ना। भारत सरकार के जल जीवन मिशन कार्यक्रम के अंंतर्गत जिले में स्थित स्कूलो एवं आगंबाडियों केन्द्रों में नल से जल के लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा जो स्कूला अथवा आगंबाडी केन्द्रों में काम करवाये गये है। उनमें से कार्याे की गुणवत्ता खराब होने तथा घटिया सामग्री का उपयोग किये जाने के चलते नल जल के लिए जो लाखो रूपये की राशि हुए कार्य में खर्च हो चुकी है। वह अनुपयोगी साबित हो रही है स्कूलो एवं आगंबाडी केन्द्रों में मौका स्थिति सामने आ रही है कहीं महिने दो महिने ही बच्चों को जल जीवन मिशन कार्यक्रम की योजना से पानी मिल पाया और मोटरो के खराब हो जाने पाइपों के टूट जाने टंकियां लीकेज निकलने टोटियां खराब हो जानेे की वजह से जैसे कारणों के चलते नल से जल की व्यवस्था जगह-जगह स्कूल एवं आगंनबाडी केेन्द्रों में ठप्प पडी हुई है।विभाग द्वारा ठेकेदारो को लाखो रूयये की राशि का भुगतान कर दिया गया है और योजनाओं में हुई गड़बडिय़ों को शीघ्रता के साथ इन ठेकेदारो से दुरस्त करना चाहिए वे ठेकेदार लापता है। जल जीवन मिशन कार्यक्रम के तहत नल से जल की व्यवस्था के तहत स्कूल एवं आगंबाडी केन्द्रों की मोैका स्थिति का इस समाचार पत्र के द्वारा स्कूलो एवं आगंनबाडी केन्द्रों से मिलने वाली सूचनाओं के बाद आन स्पाट पहुंचकर योजना की बदहाल स्थिति सामने आ रही है।
आज बृजपुर जन शिक्षा केन्द्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत के इटवांखास के किटहा ग्राम स्थित माध्यमिक शाला में जल जीवन मिशन कार्यक्रम से पीएचई के द्वारा नल से जल योजना की जो स्थिति सामने आई है उसमें पाया गया कि नल से जल व्यवस्था के लिए जो नया बोर विद्यालय परिसर में पीएचई द्वारा ठेकेदार से करवाया गया है उस बोर के पाइप में मोटर डाली गई। वह मोटर पाइप के टूटने के साथ ही बोर में उसी समय धंस गई थी जिसे निकालकर चालू किये बगैर ही योजना के तहत घटिया तथा गुणवत्ता हीन सामग्री का प्रयोग कर योजना को चालकी के साथ स्कूल को हैण्डओवर कर दिया गया। स्थिति यह है कि योजना को लगभग एक साल पूर्व पूरा बता दिया गया था किन्तु मोटर के बोर में धंसे होने की वजह से पानी की आपूर्ति उसी स्थिति बंद पडी हुई है। योजना अंतर्गत विद्यालय की बाउड्री से सटे हुए स्थल पर पानी के लिए जहां बोर हुआ वहीं से जीआई पाइप से माध्यमिक शाला के माध्यमिक खण्ड तथा प्राथमिक खण्ड तक में लगाई टंकियों से जोडकर लोहे के पाइप से ही टोटियों के जरिये पानी की व्यवस्था बनाई गई है। जिसका कार्य भी सही तरीके से नही हुआ है डाली गई पाइप लाइन और टोटियों में जंग लग गई है और टोटियां लगभग खराब स्थिति में पहुंच गई है और कहा जा रहा है कि जो सामग्री का उपयोग हुआ वह तीन से चार के दौरान पूरी तरह से ,खराब हो जायेगी।
विद्यार्थी और शिक्षक पानी की समस्या का कर रहे है सामना
जल जीवन मिशन कार्यक्रम से पेय जल के लिए बनाई गई व्यवस्था योजना का काम कथित पूरा हो जाने के बाद भी कोई लाभ नही मिल पाया है। विद्यालय मेंं पेय जल व्यवस्था जस की तस बनी हुई है विद्यालय परिसर के अंदर पुरान हैण्डपम्प लगा हुआ है उससे जो पानी निकलता है वह मटमैला लाल रंग का पानी है। जिसके चलते पीने तथा बच्चों के लिए मध्यान्ह भोजन तैयार करने मेंं उसका उपयोग हो नही हो सकता और पानी के लिए स्कूल से लगभग १५० मीटर दूर स्थित कुएं का पानी विद्यालय के लिए ढोकर लाया जा रहा है। पानी की व्यवस्था नही होने की वजह से शोैचालयों का भी उपयोग नही हो पा रहा है।