बेटे की गांजा पीने लत से नाराज मां, आंखों में रगड़ा मिर्च का पाउडर

तेलंगाना बेटे की गांजा पीने लत से नाराज मां, आंखों में रगड़ा मिर्च का पाउडर

Bhaskar Hindi
Update: 2022-04-04 14:30 GMT
बेटे की गांजा पीने लत से नाराज मां, आंखों में रगड़ा मिर्च का पाउडर

डिजिटिल डेस्क, हैदराबाद। तेलंगाना में एक महिला ने अपने बेटे को गांजा (भांग) की लत के लिए दंडित करने के लिए उसे पोल से बांधने के बाद उसकी आंखों में मिर्च पाउडर रगड़ दिया। तेलंगाना के सूयार्पेट जिले के कोडाद में हुई इस घटना का वीडियो सोमवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। अपने 15 साल के बेटे के गांजे की लत से परेशान महिला ने पोल से उसे बांध दिया। वह इतने पर ही नहीं रुकी, उन्होंने उसकी आंखों में मिर्च पाउडर रगड़ दिया।

जलन से युवक बेतहाशा चीखता-चिल्लाता रहा, वहीं कुछ पड़ोसियों को भी लड़के की मां को पानी डालने की सलाह देते हुए सुना गया। गांजा पीने की आदत छोड़ने का वादा करने के बाद ही महिला ने अपने बेटे को खोला। वह स्कूल बंक कर रहा था और गांजा पी रहा था, इसलिए मां ने कड़ी सजा दी। बार-बार चेतावनी देने के बाद भी उसने अपने तरीके नहीं बदले।

तेलंगाना में ग्रामीण माता-पिता बच्चों की आंखों में मिर्च पाउडर रगड़ते हैं, यह कोई नई बात नहीं है। वीडियो ने सोशल मीडिया पर एक बहस छेड़ दी कि क्या यह पुराना तरीका उपयोगी होगा। कुछ नेटिजन्स ने सुझाव दिया कि यह उल्टा साबित हो सकता है। यह घटना युवाओं में बढ़ती ड्रग की लत और कानून प्रवर्तन अधिकारियों द्वारा इस खतरे को रोकने के लिए चल रहे अभियान के बीच सामने आई है।

हाल ही में हैदराबाद में ड्रग्स के ओवरडोज से एक इंजीनियरिंग ग्रेजुएट की मौत ने अधिकारियों को चिंतित कर दिया है। पुलिस द्वारा की गई जांच में पता चला कि वह दोस्तों और एक ड्रग पेडलर के साथ गोवा जाने के दौरान एक ड्रग एडिक्ट बन गया था और उसने ड्रग्स का कॉकटेल लेना शुरू कर दिया था। पुलिस और नवगठित हैदराबाद नारकोटिक्स एनफोर्समेंट विंग ना केवल पेडलर्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है, बल्कि ड्रग्स का सेवन करने वालों के खिलाफ भी मामला दर्ज कर रही है।

पुलिस के अनुसार, हाल के दिनों में कई युवा और छात्र ड्रग्स के आदी हो गए हैं और वे अपराध और अन्य असामाजिक गतिविधियों में शामिल हैं। पुलिस ने युवाओं और छात्रों से नशीले पदार्थों के शिकार ना होने की अपील की है और माता-पिता से अनुरोध किया है कि वे अपने बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखें और इस तरह की असामाजिक गतिविधियों को रोकने के लिए पुलिस से संपर्क करने या पुलिस को सूचना देने के लिए स्वतंत्र महसूस करें।

(आईएएनएस)

Tags:    

Similar News