देश के नहीं गुजरात के प्रधानमंत्री लगते हैं मोदी
एड. आंबेडकर देश के नहीं गुजरात के प्रधानमंत्री लगते हैं मोदी
डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। देश के विकास के लिए जनता ने नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री के रूप में चुनकर दिया किंतु 8 वर्ष के कार्यकाल में मोदी ने गुजरात राष्ट्र का निर्माण किया है। पहले अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम मेट्रो शहर में होते थे, परंतु अब केवल गुजरात में होते हैं। देश के उद्योजकों पर दबाव होने से उद्योग गुजरात में ही जा रहे हंै। मोदी व भाजपा द्वारा ‘एनर्जेटिक’ महाराष्ट्र को ‘डीएनर्जेटिक’ करने का आरोप वंचित बहुजन आघाडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एड. प्रकाश आंबेडकर ने लगाया। उन्होंने कहा कि, मोदी ने पत्र परिषद लेकर सवालों के जवाब देने चाहिए। दूसरी ओर दो बड़े प्रकल्प बाहर जाने के चलते महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री शिंदे जरूर परेशानी में आ गए हैं। उन्हें राज्य की जनता को जवाब देना होगा। तीसरा एक प्रकल्प भी कनार्टक में जाने की संभावना भी आंबेडकर ने जताई है। वंचित आघाडी के सम्मेलन के लिए सोमवार को एड. आंबेडकर में चंद्रपुर में आए थे। विश्रामगृह में आयोजित पत्र परिषद में उन्होंने कहा कि, जापान से 1 लाख करोड़ का कर्ज लेकर निर्माण किए जानेवाले बुलेट ट्रेन प्रकल्प केवल गुजरात के लिए ही है।
उन्होंने दावा किया कि, हाल ही में राज्य में हुए ग्रापं चुनाव में भाजपा उम्मीदवारों को बड़े पैमाने पर निधि उपलब्ध कराकर दी थी। चुनाव में खर्च हुए पैसों का उपयोग को देखते हुए ईडी व आयकर विभाग को पत्र लिखकर भाजपा उम्मीदवारों की जांच करने की मांग की है। केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने मिहान के माध्यम से 2 लाख नौकरी व अप्रत्यक्ष 3 लाख लोगों को अन्य रोजगार देने की घोषणा की थी। परंतु गडकरी का मिहान प्रकल्प यह शुद्ध धोखा होने की टिपण्णी भी एड. आंबेडकर ने की।
मोदी सरकार की नीति से विदर्भ की खनिज संपत्ती गुजराज में : उन्होंने कहा कि, चंद्रपुर, गड़चिरोली, भंडारा, गोंदिया व नागपुर इन जिलों में बड़े पैमाने पर खनिज संपदा है। भाजपा व नरेंद्र मोदी के नीति से विदर्भ की खनिज संपत्ति गुजरात में जा रही है। विदर्भ में लोह खनिज के लिए प्रोसेसिंग यूनिट शुरू करना आवश्यक था परंतु वह जानबुझकर नहीं करने का आरोप एड.आंबेडकर ने लगाया। आनेवाले दौर में विदर्भ की खनिज संपदा वाले जिलों की अवस्था कभी जमाने में खनिज संपत्ति में अग्रस्थान पर रहनेवाले गोवा जैसी होगी। केवल खनिज संपदा ही नहीं बल्कि राज्य का पानी भी गुजरात में भेजने की योजना देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री रहते समय तैयार की गई थी। अब गोसीखुर्द का पानी अन्य राज्य में जाने का आरोप आंबेडकर ने लगाया है।