12 प्रतिशत आरक्षण घटाए जाने के विरोध में लामबंद आदिवासियों ने रोकी ट्रेनें
छत्तीसगढ़ सरकार 12 प्रतिशत आरक्षण घटाए जाने के विरोध में लामबंद आदिवासियों ने रोकी ट्रेनें
डिजिटल डेस्क,रायपुर। 12 फीसदी आरक्षण घटाए जाने के विरोध में लामबंद आदिवासियों ने मंगलवार को राजधानी रायपुर सहित दुर्ग, भिलाई, कबीरधाम, बालोद, कवर्धा, जांजगीर,चांपा, गौरेला, पेंड्रा तथा मरवाही में सडक़ और रेल मार्ग को जाम कर दिया। इससे आम लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। इस आंदोलन के चलतें कई ट्रेनें तथा यात्री बसें भी प्रभावित हुईं। कवर्धा-जबलपुर नेशनल हाईवे पर घंटों वाहन फंसे रहे। मध्यप्रदेश तथा छत्तीसगढ़ राज्य के सीमावर्ती पेंड्रा तथा बिलासपुर-अमरकंटक मार्ग पर भी यही स्थिति बनी। आदिवासी समाज के लोग पूर्व घोषणानुसार सुबह सडक़ों पर उतर आए और 32 से 20 फीसदी आरक्षण कर दिए जाने को लेकर अपना आक्रोश व्यक्त करने लगे। प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।
5-5 किलोमीटर पहले रोके गए वाहन, रूट किए डायवर्ट
जांजगीर-चांपा जिले के अमरताल गांव में भी रायपुर-रायगढ़ नेशनल हाईवे-49 पर आदिवासियों ने चक्काजाम कर दिया। बालोद जिले के दल्लीराजहरा-राजनांदगांव मुख्य मार्ग मानपुर चौक को जाम कर दिये जाने से कई घंटे यातायात ठप रहा। आंदोलनकारियों के पटरी तक पहुंच कर रेल मार्ग को भी जाम कर दिये जाने के बाद प्रशासन हरकत में आया। कवर्धा में आदिवासी के आंदोलन को देखते हुए शहर के आसपास करीब 5 किलोमीटर के दायरे में वाहनों को रोक दिया गया। कवर्धा से जबलपुर नेशनल हाईवे पर ग्राम जोराताल और सिंघनपुरी में तथा कवर्धा से रायपुर हाईवे पर ग्राम मगरदा में भी बड़े वाहनों को रोक दिया गया।
कवर्धा सिटी के भीतर केवल मोटरसाइकिल और यात्री बसों को ही ग्राम सिंघनपुरी से भोरमदेव रोड होते हुए प्रवेश दिया गया। इसी तरह रायपुर से कवर्धा आने वाली बाइक व यात्री बस को राजनांदगांव बाईपास होते हुए प्रवेश दिया गया। पेंड्रा में मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ के सीमवर्ती रोड पर आदिवासी लामबंद हुए और आर्थिक आरक्षण को लेकर नाकेबंदी कर दी। प्रदर्शन के कारण यहां यातायात बाधित रहा। बिलासपुर-अमरकंटक मार्ग पर कारीआम में भी विरोध-प्रदर्शन के चलते मालवाहक गाडिय़ों को धरनास्थल से काफी दूर रोक दिया गया था। लिया गया है। प्रदर्शनकारियों ने कहा है कि शाम के बाद चक्काजाम खत्म हो जाएगा