मेडीगड्डा प्रभावित किसानों ने दी आंदोलन तेज करने की चेतावनी
प्रशासन नहीं दे रहा ध्यान मेडीगड्डा प्रभावित किसानों ने दी आंदोलन तेज करने की चेतावनी
डिजिटल डेस्क, सिरोंचा (गड़चिरोली) । गोदावरी नदी पर तेलंगाना सरकार द्वारा निर्माण किए गए मेड़ीगड्डा बांध के कारण सिरोंचा तहसील के दर्जनों गांवों के किसानों पर भूमिहिन होने की नौबत आन पड़ी है। भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूर्ण कर नुकसानग्रस्त किसानों को तत्काल मदद देने की मांग को लेकर यहां के तहसील कार्यालय के समक्ष शुरू किया गया श्रृंखलाबद्ध अनशन गुरुवार काे लगातार चौथे दिन भी जारी रहा। गुरुवार को अनशन की कमान अब महिला किसानों ने संभाली है। इस बीच आंदोलनकर्ता किसानों ने अनशन को और अधिक तीव्र करने की चेतावनी दी है।
मेड़ीगड्डा बांध के बैक वॉटर के चलते तहसील के आरडा माल, मुगापुर, पेंटीपाका, तुमनूर, मृदुक्रिष्णापुर, जानमपल्ली, मद्दीकुंठा, चिंतलपल्ली, नगरम, रामकृष्णपुर, सिरोंचा रै., सिरोंचा माल, कारसपल्ली समेत अन्य गांवों के किसानों के खेत नदी में तब्दील हो गये हैं। पिछले 2 वर्ष से स्थानीय किसानों की फसलें भी लगातार बर्बाद हो रहीं हंै। मेड़ीगड्डा बांध के लिए स्थानीय किसानों से तत्काल भूमि अधिग्रहण करना, किसानों को प्रति एकड़ 20 लाख रुपए की राशि देना, किसानों के खेतों को सुरक्षा प्रदान करने सुरक्षा दीवार का निर्माण करना, पीड़ित किसानों को प्रकल्पग्रस्त के रूप में घोषित कर उन्हें प्रमाणपत्र देना आदि समेत अन्य मांगों काे लेकर यह अनशन शुरू किया गया है। गुरुवार को लावण्या पारपेल्ली, ललिता बसवा, सुशिला कंबाला, सावित्री बैरी आदि महिला किसानों ने अनशन की कमान संभाली। मांगों की पूर्ति होने तक आंदोलन समाप्त नहीं करने का संकल्प भी आंदोलनकर्ता किसानों ने लिया है।