मेड़ीगड्डा प्रभावित किसानों ने दी तहसील कार्यालय पर दस्तक
फसलें हो रही चौपट मेड़ीगड्डा प्रभावित किसानों ने दी तहसील कार्यालय पर दस्तक
डिजिटल डेस्क, सिरोंचा (गड़चिरोली)। तेलंगाना सरकार द्वारा सिरोंचा तहसील की गोदावरी नदी में बनाए गये मेड़ीगड्डा बांध के बैक वॉटर के कारण क्षेत्र के किसानों की फसलें चौपट हो रहीं हैं। फसलों के नुकसान को रोकने के लिए बांध के सभी 85 गेट लगातार शुरू रखने की मांग को लेकर नुकसानग्रस्त किसानों ने तहसील कार्यालय पर दस्तक दी। इस समय तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर नुकसानग्रस्त किसानों के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया तत्काल शुरू करने की मांग रखी। अपने ज्ञापन में किसानों ने बताया कि, मेड़ीगड्डा बांध के कारण हो रहे नुकसान को रोकने और किसानों को वित्तीय मदद देने की मांग को लेकर गत मंगलवार से लगातार तीन दिनों तक तहसील कार्यालय के समक्ष बेमियादी अनशन किया गया। मात्र अधिकारियों द्वारा दिए गये अाश्वासनों की पूर्ति अब तक नहीं गयी। इस कारण किसानों में असंतोष व्यक्त किया गया।
मेड़ीगड्डा बांध से लगातार छोड़े गये पानी के कारण क्षेत्र के अंकिसा, आसरअल्ली, सुंकरअली, टेकड़ामोटला, चिंतारुवेला, रंगधामपेठा, सोमनुर, मुक्कीडीगुट्टा, मुत्तापुर, लक्ष्मीदेवपेठा, कंबालपेठा, कोटापल्ली, पोचमपल्ली, गंजीरामन्नापेठा, नड़ीकुडा आदि गांवों के किसानों पर भूमिहिन होने की नौबत आन पड़ी है। गत जुलाई माह में गोदावरी नदी में आयी बाढ़ के कारण किसानों के खेतों में अब भी चार फीट तक रेत जमी हुई है। हर वर्ष बारिश के दिनों में बांध के बैक वॉटर से किसानों की फसलें नष्ट हो रहीं हैं। किसानों के नुकसान को बचाने के लिए बांध के सभी 85 गेट लगातार शुरू रखने और नुकसानग्रस्त किसानों को वित्तीय मदद देने की मांग इस समय की गयी। आंदोलन में आरड़ा के मलन्ना रंगुवार, मनोज रंगुवार, संतोष पतंगी समेत नुकसानग्रस्त किसान बड़ी संख्या में उपस्थित थे।