गड़चिरोली जिले के मक्का उत्पादक घिरे संकट से
औने-पौने दाम गड़चिरोली जिले के मक्का उत्पादक घिरे संकट से
डिजिटल डेस्क, आरमोरी(गड़चिरोली)। तहसील के विभिन्न इलाकों में इस वर्ष किसानों ने रबी सत्र के दौरान मक्का फसलों का उत्पादन लिया है। सिंचाई सुविधा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होने के कारण किसानों का उत्पादन भी अच्छा हुआ, लेकिन अब तक सरकारी खरीदी केंद्र आरंभ नहीं करने से मक्का उत्पादक किसानों पर निजी व्यापारियों को अपना माल बेचने की नौबत आन पड़ी है। विवाह समारोह का दौर शुरू होने के कारण विभिन्न खर्चों के लिए किसान औने-पौने दाम में मक्का बेचते नजर आ रहे हैं। ज्ञात रहे कि, खरीफ सत्र के दौरान सूखे की स्थिति निर्माण हुई थी। जिसके चलते आरमोरी तहसील के अधिकांश किसानों की धान फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई थी।
सरकार ने किसानों को वित्तीय संकटों से उबारने के लिए कर्जमुक्ति के साथ विभिन्न प्रकार की योजनाएं क्रियान्वित की, लेकिन क्षेत्र के किसान अब तक इन योजनाओं के लाभ से वंचित हैं। इस वित्तीय संकट से उबरने के लिए किसानों ने स्वयं हिम्मत जुटाकर रबी सत्र में मक्का फसलों का उत्पादन लिया। आरमोरी तहसील के वड़धा परिसर के करीब सौ हेक्टेयर खेत में किसानों ने इस फसल का उत्पादन लिया। सिंचाई सुविधा पर्याप्त मात्रा में होने के कारण किसानों को इस फसल से लाभ भी मिला, लेकिन पूरी फसल हाथ में होने के बावजूद अब तक सरकारी खरीदी केंद्र आरंभ नहीं हो पाए हैं। नतीजा यह है कि, किसान अब निजी व्यापारियों को कौड़ी के दाम में अपनी फसल बेच रहे हैं। वर्तमान में शादी-ब्याह का सीजन चल रहा है। ग्रामीण क्षेत्र में विवाह कार्यों की धूम मची हुई है, लेकिन खरीदी केंद्र बंद होने से फिर एक बार किसानों पर संकट मंडराने लगा है।