महाराष्ट्र: प्रदेश में मार्च अंत तक शुरू होंगे 6500 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर
महाराष्ट्र: प्रदेश में मार्च अंत तक शुरू होंगे 6500 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर
डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश में मार्च महीने के आखिर तक 6500 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (आरोग्यवर्धिनी केंद्र) कार्यान्वित हो जाएंगे। रविवार को प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने यह जानकारी दी। टोपे ने कहा कि मराठवाड़ा के जालना, बीड़, परभणी समेत दूसरे अंचल के जिलों में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर शुरू किया जाएगा।
टोपे ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाएं लोगों तक पहुंचाने के लिए राज्य के सभी उपकेंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को चरण बद्ध तरीके से हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में तब्दील किया जा रहा है। टोपे ने कहा कि पहले चरण 3083 स्वास्थ्य केंद्रों को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में बदला जा चुका है। अब मार्च आखिर तक लगभग 6500 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को कार्यान्वित किया जाएगा।
टोपे ने कहा कि पहले चरण में चार आकांक्षित जिले गडचिरोली, वाशिम, उस्मानाबाद और नंदूरबार के अलावा भंडारा, चंद्रपुर, वर्धा, सातारा, पालघर, नाशिक, लातूर, पुणे, अहमदनगर, नांदेड, हिंगोली, गोंदिया, अमरावती, सिंधुदूर्ग, जलगांव को मिलाकर कुल 19 जिलों में 3083 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर शुरू किया जा चुका है। 19 जिलों के 1169 स्वास्थ्य उपकेंद्र, 1501 ग्रामीण और 413 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का रूपांतरण हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में कर दिया गया है।
टोपे ने कहा कि आधुनिक जीवनशैली के कारण गैर संक्रामक रोगों में वृद्धि हुई है। इसलिए मातृ शिशु देखभाल के लिए दी जाने वाली स्वास्थ्य सेवाओं में वृद्धि की जाएगी। इससे हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में गैर संक्रामक रोगों की भी जांच हो सकेगी। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में प्रसवपूर्व और प्रसूति सेवाएं, शिशुओं और बच्चों को प्रदान की जाने वाली सेवाएं, बाल और किशोरवयीन आयु के बच्चों को टीकाकरण, परिवार नियोजन, गर्भनिरोधक और आवश्यक स्वास्थ्य देखभाल, संक्रामक रोग और सामान्य बीमारियों के लिए मरीजों की देखभाल, संक्रामक रोग की जांच, गैर संक्रामक रोग की जांच, नाक, कान और आंखों संबंधी बीमारी का इलाज, मरीजों के प्राथमिक उपचार व आपत्कालीन सेवा, आयुष व योग के बारे में सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। टोपे ने कहा कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में समुदाय स्वास्थ्य अधिकारी पद पर आयुर्वेद, यूनानी, नर्सिंग डिग्री धारकों की नियुक्ति की जाती है।