शराब बेचने वालों को नहीं मिलेगा सरकारी योजना का लाभ
ग्रामसभा में लिया निर्णय शराब बेचने वालों को नहीं मिलेगा सरकारी योजना का लाभ
डिजिटल डेस्क, आरमोरी (गड़चिरोली)। गांव में लगातार बढ़ रही शराब की बिक्री के कारण कानून-व्यवस्था बनाये रखने के लिए तहसील की कुकड़ी ग्रामसभा ने एकजुटता दिखाते हुए शराब विक्रेताओं के खिलाफ सख्त कदम उठाया है। शराब विक्रेताओं के खिलाफ सामूहिक रूप से प्रस्ताव पारित करते हुए अब गांव में शराब की बिक्री की तो संबंधित शराब विक्रेताओं और उनके परिवार के व्यक्तियों को सरकार की किसी भी योजना का लाभ नहीं देने का निर्णय लिया गया है।
आरमोरी तहसील के कुकड़ी गांव में इन दिनों 7 शराब विक्रेता सक्रिय होकर उनके द्वारा देसी, अंगरेजी, ताड़ी समेत सिंधी की बिक्री की जा रही है। कुकड़ी से सटे अन्य गांवों के शराब प्रतिदिन यहां पहुंचकर गांव की शांति को भंग कर रहे हैं। ग्रामसभा के पदाधिकारियों ने कई बार संबंधित विक्रेताओं के नाम से नोटिस जारी करते हुए शराब बिक्री बंद करने की सूचना दी। बावजूद इसके शराब बिक्री बंद नहीं हुई। इसी कारण शनिवार काे गांव की जिला परिषद शाला में ग्रामसभा प्रतिनिधि केशव कुमरे की अध्यक्षता में विशेष ग्रामसभा का आयोजन किया गया। इस ग्रामसभा में शराब विक्रेताओं के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया गया। इस प्रस्ताव के अनुसार अब शराब विक्रेता द्वारा शराब की बिक्री की गयी तो उसे और उसके परिवार को सरकार की किसी भी कल्याणकारी योजना का लाभ प्रदान नहीं किया जाएगा। दी गयी चेतावनी के बाद भी यदि शराब बिक्री बंद नहीं की गयी तो संबंधित शराब विक्रेता को गांव से बाहर भी निकालने का निर्णय ग्रामसभा में लिया गया।
गौरतलब है कि, गड़चिरोली जिले में वर्ष 1993 में शराब बंदी का कानून लागू किया गया। बावजूद इसके गांवों मंे आज भी धड़ल्ले से शराब की बिक्री शुरू है। दुर्गम क्षेत्र के गांवों में पहुंचकर पुलिस कार्रवाई नहीं कर पाती। इसी कारण शराब विक्रेताओं के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। ऐसे शराब विक्रेताओं को सबक सिखाने के लिए ही कुकड़ी ग्रामसभा ने सख्त कदम उठाए हैं। ग्रामसभा में ग्रामसभा प्रतिनिधि कलिराम कुमरे, रघुनाथ कुमोटी, राजेंद्र कुमरे, पुरुषोत्तम किरंगे, पुरुषोत्तम पदा, साईंनाथ किरंगे, दिवाकर पदा, रवींद्र किरंगे, घनशाम मडावी, महेश शंेदरे, बाजीराव किरंगे, यादव लाडे, घनशाम नवघडे, शुभम शेंदरे आदि समेत ग्रामीण उपस्थित थे।