बाघ-तेंदुए की आपसी भिड़ंत में तेंदुए की मौत
गड़चिरोली बाघ-तेंदुए की आपसी भिड़ंत में तेंदुए की मौत
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। गड़चिरोली तहसील अंतर्गत शहर से महज 5 किमी दूरी पर स्थित वाकड़ी गांव के कक्ष क्रमांक 171 में बाघ और तेंदुआ आपस में भिड़ गए। इस भिड़ंत में तेंदुए की मृत्यु हो गयी। घटना रविवार 26 जून के तड़के वाकड़ी गांव के आरोग्य केंद्र के पीछे जंगल परिसर में हुई। सेमाना-वाकड़ी परिसर में बाघ व तेंदुए का विचरण है। शनिवार की रात बाघ व तेंदुए की भिड़ंत हो गई। इस भिड़ंत में तेंदुए की मृत्यु हो गई वहीं बाघ के घायल होने की अशंका वनविभाग ने जताई है। गड़चिरोली वन परिक्षेत्र अंतर्गत गड़चिरोली बिट कक्ष क्रमांक 171 में एक तेंदुआ गश्त पर कार्यरत वनकर्मचारियों को मृतक अवस्था मेंे दिखाई दिया। घटना की जानकारी उप वन संरक्षक मिलीश दत्त शर्मा को दी गई।
जानकारी मिलते ही उप वन संरक्षक के मार्गदर्शन में सहायक वन संरक्षक सोनल भडके, वन परिक्षेत्र अधिकारी अरविंद पेंदाम, क्षेत्र सहायक श्रीकांत नवघरे, वनरक्षक राठोड, भसारकर, हेमके व बाघ संनियंत्रक की टीम ने घटनास्थल पहुंचकर जांच करने पर मृत तेंदुए के शरीर पर गंभीर चोट पायी गईं। वहीं नजदीकी परिसर में बाघ के पद चिह्न दिखाई दिए, जिससे बाघ और तेंदुए में भिड़ंत होने की अाशंका वनविभाग की ओर से जताई गई है। मृत तेंदुआ 7 साल का था। तेंदुए का पोस्टमार्टम पशुधन विकास अधिकारी डा. चेतन नंदनवार व डा. सिरणकर ने किया। इस कार्रवाई में वन्यजीव मानद रक्षक मिलिंद उमरे, वन्यजीव प्रेमी अजय कुकडकर, वाकडी के सरपंच सरिता चौधरी, पुलस पटेल देवेंद्र वाकडे उपस्थित थे। मृत तेंदुए का पोस्टमार्टम के बाद अग्नि देकर दहन किया गया।