धान खरीदी के बाद मिलिंग के लिए नान के अधिकारी और मिलर के बीच तालमेल की कमी

शहडोल धान खरीदी के बाद मिलिंग के लिए नान के अधिकारी और मिलर के बीच तालमेल की कमी

Bhaskar Hindi
Update: 2023-02-09 11:11 GMT
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!

समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के बाद मिलिंग के लिए मिलर और नागरिक आपूर्ति निगम  (नान) के अधिकारियों के बीच तालमेल की कमीं का असर अनुबंध के बाद मिलिंग पर पड़ रहा है। संभाग के अनूपपुर और उमरिया जिले की तुलना में शहडोल जिला फिसड्डी साबित हो रहा है। अनूपपुर एवं उमरिया जिले में यह कार्य 50 प्रतिशत से अधिक हो चुका है। यहां अब तक 29 प्रतिशत धान की ही मिलिंग हो सकी है। हालांकि मिलिंग की इस मात्रा को नान के डीएम संतोषजनक बता रहे हैं। उनका कहना है कि पिछले साल अप्रैल माह तक महज 9 प्रतिशत मिलिंग ही हुई थी। इसकी तुलना में इस साल स्थिति बेहतर है। बतादें कि गत वर्ष की तुलना में इस बार धान खरीदी अधिक रही है, इसमें जून तक मिलिंग कार्य पूरा कराया जाना है। गौरतलब है कि इस वर्ष खरीफ सीजन में 16.50 लाख क्ंिवटल से अधिक धान की खरीदी हुई है। मिलिंग के लिए 12-13 मिलर्स से अब तक 6.97 लाख क्विंटल का अनुबंध ही हो पाया है। बताया जा रहा है कि जब गत वर्ष करीब 14 लाख क्विंटल की खरीदी हुई तब 24 मिलर्स ने अनुबंध किया था, इसके बाद भी मिलिंग समय पर नहीं हो पाई थी। लेकिन इस वर्ष अधिक खरीदी के बाद भी नागरिक आपूर्ति विभाग द्वारा समय पर अनुबंध करने में लेटलतीफी की जा रही है। कुछ मिलर्स ने नाम प्रकाशित न करने की शर्त पर बताया कि विभाग द्वारा जानबूझकर अनुबंध कार्य संपादित करने में आनाकानी की जा रही है।
फैक्ट फाइल
(मात्रा क्विंटल में)
कुल खरीदी - 16.50 लाख
अनुबंध - 6.97 लाख
टीओ जारी - 5 लाख
धान उठाव - 4.47 लाख
मिलिंग बाद जमा - 2.54 लाख
जून तक मिलिंग
धान मिलिंग के अनुबंध की गति पर्याप्त है। पिछले साल अप्रैल माह तक महज 9 प्रतिशत मिलिंग अनुबंध हुआ था। इस साल फरवरी माह में ही 29 प्रतिशत पहुंच गया है। जून माह तक अनुबंध के साथ ही पूरी मिलिंग हो जाएगी।
एसपी गुप्ता, डीएम नान

Tags:    

Similar News