सड़क पर उतरा जैन समाज, प्रतिष्ठान रखे बंद, निकाली रैली

सिवनी सड़क पर उतरा जैन समाज, प्रतिष्ठान रखे बंद, निकाली रैली

Bhaskar Hindi
Update: 2022-12-22 17:49 GMT
सड़क पर उतरा जैन समाज, प्रतिष्ठान रखे बंद, निकाली रैली

डिजिटल डेस्क, सिवनी। झारखंड के गिरिडीह जिले में स्थित सम्मेद शिखर को पर्यटन क्षेत्र बनाने के निर्णय के विरोध में जैन समाज द्वारा बुधवार को जिले भर में प्रदर्शन किया। समाज के लोगों ने रैली निकाली और प्रधानमंत्री और झारखंड सरकार के नाम का ज्ञापन स्थानीय अधिकारियों को सौंपा। सभी ने सरकार के निर्णय को गलत बताया और निर्णय को वापस लेने की मांग की। सिवनी में भी जैन समाज के लोगों ने काली पट्टी बांधकर मौन जुलूस निकाला। समाज के लोगों ने अपने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। सभी जगह शांतिपूर्वक प्रदर्शन हुआ।

राजनैतिक दलों ने भी किया विरोध

झारखंड के तीर्थ स्थल शिखरजी को सार्वजनिक स्थल और वन पर्यावरण के लिए जगह निर्धारित किए जाने के विरोध में कांग्रेसियों ने भी विरोध जताया। कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजकुमार खुराना ने पीएम के नाम का ज्ञापन सौंपा। इसमें कहा कि सम्मेद शिखर जैन तीर्थ की पवित्रता और इसमें निहित समाज की अटूट आस्था को ध्यान में रखते हुए व्यक्तिगत स्तर पर हस्तक्षेप कर धार्मिक क्षेत्र की मौलिकता बनाए रखने में सहयोग दिया जाए।

सभा के बाद निकाला मौन जुलूस

सिवनी शहर में सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल में परिवर्तित करने के विरोध में जैन समाज के सभी संगठनों द्वारा राष्ट्रपति, पीएम, केन्द्रीय पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री और झारखंड के सीएम के नाम ज्ञापन सौपा गया। ज्ञापन में कहा कि सम्मेद शिखर पर सरकार द्वारा पर्यटन स्थल बनाने से धार्मिक आस्थाओं पर कुठाराघात होगा। शुक्रवारी चौक में समाज के लोगों ने धर्मसभा की। इस मौके पर प्रशम सागर, अनुपम सागर ने भी सरकार के निर्णय को अनुचित बताया। सभा के बाद मौन जुलूस निकाला गया और कलेक्ट्रेट में ज्ञापन सौंपा गया।  इस मौके पर नरेश दिवाकर, सुदर्शन बाझल, मिलन बाझल,सुजीत जैन, संजय मालू ,सुजीत नाहटा, अतुल मालू आदि मौजूद रहे।

लखनादौन में हुए प्रदर्शन

लखनादौन क्षेत्र में भी जैन समाज  के लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया।नगर के विभिन्न मार्गों से होकर जुलूस निकाला गया। सभी ने कहा कि सरकार ने जो निर्णय लिया है  उस पर संशोधन किया जाए। सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल न बनाया जाए। क्षेत्र के समाज के लोगों ने अपने-अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। सभी ने प्रधानमंत्री और संस्कृति और पर्यटन मंत्री के नमा का ज्ञापन सौंपा।  इस मौके पर विनोद भारती ,पंकज , राजेश जैन ,नमन,जीतू ,अनुराग ,छोटू, वैभव आदि मौजूद रहे।

केवलारी में भी दुकानें रही बंद

क्षेत्र के जैन समाज के लोगों ने भी विरोध प्रदर्शन किया। रैली निकाली और एसडीएम को प्रधानमंत्री और झारखंड सरकार के नाम का ज्ञापन सौंपा। समाज के  लोगों ने अपने अपने प्रतिष्ठान दोपहर तक बंद  रखे। सभी ने सम्मेद शिखर को अपना पवित्र तीर्थ स्थल बताते हुए इसे बचाने,संरक्षित करने की मांग की।  सभी का कहना था यदि पर्यटन स्थल घोषित होता है तो इससे नुकसान होगा। सम्मेद शिखर जैसा भी  है वह जैन अतिशय क्षेत्र है। उसे उसी स्थिति में यथावत रखा जाए।यदि सरकार ऐसा नहीं करती है, तो हम लोग सभी  अन्न, जल त्याग कर सड़क पर आ जाएंगे और सरकार के इस फैसले का अंतिम तक विरोध करेंगे।

छपारा में शांति जुलूस निकाला

छपारा नगर में भी शिखरजी बचाओ आंदोलन पर समर्थन में रैली निकाल एवं प्रतिष्ठानों को बंद रखकर विरोध जताया। सुबह 11 बजे नगर के श्री दिगंबर जैन पंचायत ट्रस्ट समाज छपारा के द्वारा नगर के जैन वार्ड स्थित जैन मंदिर परिसर से हाथों पर तख्तियां लेकर शांति जुलूस निकाला गया। जुलूस मुख्य मार्ग होते हुए बस स्टैंड परिसर पर पहुंचा जहां नगर के सनातन धर्म ट्रस्ट, राजपूत क्षत्रिय समाज सहित सभी समाज के द्वारा सम्मेद शिखर को केंद्र सरकार के द्वारा पर्यटन क्षेत्र घोषित करने के विरोध में निकाली गई विरोध प्रदर्शन का समर्थन दिया। इसके बाद राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और कें्रद्रीय पर्यावरण मंत्री के नाम का ज्ञापन सौंपा गया।

बरघाट में भी जताया आक्रोश

बरघाट में श्री १००८पद्मप्रभु जिनालय ट्रस्ट के भी रैली निकालकर ज्ञापन सौंपा। ट्रस्ट के अध्यक्ष अशोक कुमार जैन ने बताया कि सम्मेद शिखर को पर्यटन क्षेत्र घोषित करने का निर्णय सही नहीं  है। यदि पर्यटन क्षेत्र बनाया जाता है तो इससे काफी नुकसान होगा। सरकार को चाहिए कि वहां पर पेड़ों की अवैध कटाई, अवैध खनन और आग लगाने के काम पर पूरी तर बंदिश लगाई जाए। समाज के लोगों ने राष्ट्रपति के नाम का ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा। इस अवसर पर  राकेश जैन, शशांक जैन, सौरभ जैन, सुरेश चंद्र जैन आदि मौजूद रहे।

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