आरक्षण को लेकर भूमकाल आंदोलन की चेतावनी, जगदलपुर जिला कांग्रेस अध्यक्ष ने अपनी ही पार्टी की सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा
छत्तीसगढ़ आरक्षण को लेकर भूमकाल आंदोलन की चेतावनी, जगदलपुर जिला कांग्रेस अध्यक्ष ने अपनी ही पार्टी की सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा
डिजिटल डेस्क, रायपुर। आरक्षण के मामले में कोर्ट में सरकार की तरफ से मजबूती से पक्ष न रखने के विरोध में पिछले 2 दिन से बस्तर में बनी तनाव पूर्ण स्थिति के बीच आदिवासी नेताओं ने भूमकाल आंदोलन चलाने की चेतावनी दी है। मंगलवार को जगदलपुर में कांग्रेस कमेटी की जिलाध्यक्ष (ग्रामीण) रुकमणी कर्मा ने कहा कि, हम यहां के मूल निवासी हैं। यहां के जल-जंगल-जमीन के रखवाले हैं। यदि हमारे आरक्षण पर बात आएगी तो आंदोलन होगा ही। अभी ज्ञापन सौंपे हैं। यदि पॉजिटिव रिजल्ट नहीं आता है तो उस स्थिति में अगला कदम उठाएंगे। उन्होंने अपनी ही कांग्रेस सरकार को चेतावनी दे दी है कि मांग पूरी नहीं होती है तो सभी आदिवासी मिलकर भूमकाल आंदोलन करेंगे।
इस मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पुन: दोंहराया कि पिछली सरकार ने ढिलाई की उसका यह नतीजा है कि एक भी दस्तावेज हाईकोर्ट में नहीं लगाए गए। ननकीराम कंवर के नाम से कमेटी बनाई गई। लेकिन, उसकी रिपोर्ट को हाईकोर्ट में रखना था। उसे रखा ही नहीं गया। इसी वजह से वह खारिज हुआ। अब हम इस मामले में सुप्रीम कोर्ट जा रहे हैं।
बस्तर में तनावपूर्ण स्थिति
इसाी आरक्षण के मुद्दे पर एक दिन पहले बीजापुर में आदिवासियों ने महाबंद करवाया था। शहर की सारी दुकानें बंद थी। जबकि जगदलपुर में आदिवासी सड़क पर बैठ मार्ग जाम कर दिए थे। कांकेर में भी आदिवासियों ने पहले रैली निकाली फिर भगवान परशुराम चौक पर लगे फरसा को उखाड़कर तालाब में फेंक दिया था। आरक्षण के मामले को लेकर पूरे बस्तर में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है।