मप्र SAF ने 848 रंगरूटों की ITBP में 10 महीने तक कराई स्पेशल ट्रेनिंग
मप्र SAF ने 848 रंगरूटों की ITBP में 10 महीने तक कराई स्पेशल ट्रेनिंग
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश विशेष सशस्त्र बल (SAF) ने 848 रंगरूटों (नव नियुक्त) को भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल (ITBP) रीजनल ट्रेनिंग सेंटर (RTC) करैरा में 10 महीनों की कड़ी ट्रेनिंग दिलवाई, जिसके बाद शनिवार को उनकी पासिंग आउट परेड और शपथ ग्रहण समारोह हुआ। समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर एएसएफ के एडिशनल डीजी विजय यादव (IPS) उपस्थित थे।
एडीजी यादव ने कहा नए आरक्षकों की परेड देखकर ही पता चलता है कि उन्हें श्रेष्ठ प्रशिक्षण दिया गया है। उन्होंने कहा कि ये संस्था इस तरह ही आरक्षकों को प्रशिक्षित करती रही तो वो दिन दूर नहीं जब यह केंद्र सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षण केंद्र बन जाएगा। आईटीबीपी के डीआईजी भंवर सिंह की टीम को बधाई देते हुए यादव ने कहा कि कठिन प्रशिक्षण के बाद आज 848 नव आरक्षकों को मुख्यधारा से जोड़ा गया है।
एडीजी यादव ने कहा कि मप्र SAF भारतीय सेना के साथ मिलकर 1948 में अहम जिम्मेदारी निभा चुकी है। इसके अलावा 1971 के युद्ध से लेकर पंजाब, कश्मीर और नॉर्थ ईस्ट सहित जब भी देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए जरूरत पड़ी SAF ने आगे बढ़कर मोर्चा संभाला। यादव ने नव आरक्षकों से कहा कि ये वर्दी आपकी पहचान है, इसका सम्मान बनाए रखना बहुत जरूरी है।
प्रशिक्षण केंद्र प्रमुख डीआईजी भंवर सिंह ने कहा कि यह ट्रेनिंग सेंटर बहुत पुराना है, यहां 1962 में पहला प्रशिक्षण दिया गया था, जिसके बाद 2011 में प्रशिक्षण केंद्र को आरटीसी के रूप में तैयार किया गया। ट्रेनिंग के लिए 848 SAF के नव आरक्षक 18 जून 2018 को आए थे, जिन्हें 10 महीने का कठिन प्रशिक्षण देकर तैयार किया गया है। इन्हें कई आपदाओं से निपटने, कानून, हथियार प्रशिक्षण, मानचित्र अध्ययन, आपदा प्रबंधन और फील्ड जैसी ट्रेनिंग इन्हें दी गई है। ट्रेनिंग हासिल करने वाले आरक्षक विषम परिस्थिती में भी जीवन बिता सकते हैं। इस दौरान एडीजी यादव ने डीआईजी भंवर सिंह को डीजी इंसगनिया गोल्ड डिस्क थ्री स्टार से भी सम्मानित किया।