इंदौर भारत का सबसे स्वच्छ शहर बनने के साथ- साथ बन गया पहला वॉटर प्लस सिटी
India's 1st water plus city इंदौर भारत का सबसे स्वच्छ शहर बनने के साथ- साथ बन गया पहला वॉटर प्लस सिटी
डिजिटल डेस्क, इंदौर। इंदोर ने शहर में सात सीवरेज वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित किए हैं जिसमें से रोज करीब 110 मिमियन लीटर ट्रीटेड पानी का उपयोग किया जाता है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्वच्छ भारत सर्वेक्षण के अंतर्गत इंदौर को भारत का पहला वॉटर प्लस घोषित कर दिया है।
इंदौर ने सबसे स्वच्छ शहर का खिताब 4 बार अपने नाम किया है। जो कि अब भारत सरकार द्वारा देश का पहला वॉटर प्लस शहर घोषित कर दिया है । वॉटर प्लस को चुनने के प्रक्रिया के लिए देश के 84 शहरों ने आवेदन के लिए अर्जी दी थी जिसमें केवल 33 शहरों के नाम को जमीनी सत्यापन पर सही पाया गया था ।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नगरीय विकास मंत्री भूपेन्द्र सिंह और इंदौर वासियों को उनके कठिन प्रयासों के लिए धन्यवाद और बधाई दी है। शिवराज सिंह ने नगरवासियों से कहा कि इंदौर अब भारत का सबसे स्वच्छ शहर के साथ साथ देश का पहला वॉटर प्लस नगर बन गया है, देश में यह इतिहास रचने के लिए सभी इंदौरवासियों को बधाई और आप सभी के अनुशासन और कार्यशैली पर मध्यप्रदेश के साथ- साथ पूरे भारत को नाज़ है । साथ ही भूपेंद्र सिंह ने भी इस उपलब्धि के लिए नगर निगम के अधिकारियों, कर्मचारियों और नागर वासियों को उनके इस सफलता के लिए बधाई दी है।
यह मिशन स्वच्छ भारत मिशन शहरी के तहत आता है, जिसमें देश के विभिन्न शहरों का अलग- अलग क्रम और स्वचछता मानक के आधार पर शहर का परीक्षण किया जाता है। इस परीक्षण की श्रेणी में ओडीएफ प्लस, ओडीएफ बल प्लस और वॉटर प्लस आती है। वॉटर प्लस की श्रेणी केवल उन्हीं शहरो को दी जाती है जिन शहरों ने ओडीएफ डबल प्लस के सभी मानकों को पूरा किया हो और जिन शहरों में आवासीय और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों से निकलने वाले सीवरेज वॉटर का उपचार करने के बाद ही उसे पर्यावरण में छोड़ा जाता हो। साथ ही ट्रीटेड वेस्ट वॉटर को दोबारा उपयोग भी तय किया जाना चाहिए।