मप्र तथा छग के सीमावर्ती 250 ग्रामों में वन्य प्राणियों की सुरक्षा को लेकर हुआ मंथन
छत्तीसगढ़ मप्र तथा छग के सीमावर्ती 250 ग्रामों में वन्य प्राणियों की सुरक्षा को लेकर हुआ मंथन
डिजिटल डेस्क, रायपुर। छत्तीसगढ एवं मध्यप्रदेश के सीमावर्ती वन अधिकारियों की संयुक्त बैठक भोरमदेव अभ्यारण्य (चिल्फी) में हुई। बैठक में अधिकारियों द्वारा छत्तीसगढ एवं मध्यप्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों में विचरण कर रहे हाथी, शेर और अन्य वन्यप्राणियों की निगरानी, सुरक्षा, मानव-वन्यप्राणी द्वंद, वन्यप्राणी शिकार की रोकथाम, वन अपराध पर नियंत्रण पर विस्तृत चर्चा की गई।
बैठक में उपस्थित कान्हा टाइगर रिजर्व क्षेत्र के संचालक एस.के.सिंह ने कान्हा टायगर रिजर्व, फेन वन्यप्राणी अभ्यारण्य, भोरमदेव अभ्यारण्य अचानकमार टायगर रिजर्व, खैरागढ़, राजनांदगांव, कवर्धा एवं डिंडौरी वनमंडल के लगभग 250 सीमावर्ती ग्रामों में वन्यप्राणियों अपराध पर नियंत्रण पर चर्चा करते हुए वन्यप्राणियों की सतत् निगरानी, सुरक्षा के उपायों एवं आमजनो को जागरूक करने प्रचार-प्रसार पर जोर दिया। हाथी-मानव द्वंद को नियंत्रित एवं कम करने के संबंध में जागरूकता तथा छत्तीसगढ़ एवं मध्यप्रदेश के अधिकारियों के बीच समय पर सूचनाओं के आदान-प्रदान करने पर भी सहमति बनी।