रायवाड़ी रेत घाट में भी रेत का अवैध उत्खनन
गोरखधंधा रायवाड़ी रेत घाट में भी रेत का अवैध उत्खनन
डिजिटल डेस्क,नागपुर। एनजीटी (राष्ट्रीय हरित अधिकरण) के नियमाें का धड़ल्ले से जारी है। सावनेर तहसील का रायवाड़ी रेत घाट महाराष्ट्र-मप्र की सीमा पर है। यहां भी खुलेआम घाट संचालक सरकारी यंत्रणा से सांठगांठ कर 3 पोकलैन व 2 नाव की मदद से रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा है। बता दें कि, 14 सितंबर को इसी रेत घाट मंे रेत उत्खनन के दौरान कन्हान नदी में अचानक बाढ़ आने से 3 पोकलैन मशीन, 2 नाव व करीब 2 दर्जन लोग नदी मे फंस गए थे, जिन्हें दूसरे दिन पानी उतरने पर बाहर निकाला गया था। इस खबर को ‘दैनिक भास्कर’ ने प्राथमिकता से प्रमाण सहित प्रकाशित किया था। बावजूद प्रशासन के कुछ भ्रष्ट अधिकारियों की मिलीभगत के चलते उस वक्त भी यहां कोई कार्रवाई नहीं हुई थी।
अधिकारी कार्रवाई करने से घबराते हैं : इस रेत घाट अभी भी धड़ल्ले से 3 पोकलैन व 2 नाव की मदद से रेत का अवैध उत्खनन शुरू है। एक जानकारी के अनुसार रोजाना 200 के करीब ट्रक रेत का उत्खनन कर अमरावती, वर्धा व नागपुर जिले के वाहन मालिकों को बेची जा रही है। चर्चा है कि इस गोरखधंधे को स्थानीय राजनीतिक संरक्षण हासिल होने के कारण अधिकारी कार्रवाई करने से घबराते हैं। प्रशासन यदि चाहे, तो विगत 7 माह मंे हुए अवैध रेत उत्खनन की पोल खुल सकती है। रायवाड़ी रेत घाट मंे लगातार रेत उत्खनन के कारण बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। अवैध उत्खनन के चलते नदी की दशा ही बदल गई हैं, लेकिन रेत माफियाओं की दहशत के चलते कोई भी सामने आकर इसका विरोध करने का साहस नहीं जुटा पा रहा है।
तहसीलदार ने नहीं उठाया फोन : रायवाड़ी रेत घाट से अवैध उत्खनन के बारे में जब स्थानीय तहसीलदार प्रताप वाघमारे को हमारे प्रतिनिधि ने फोन किया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया, जिससे उनकी प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई।