दुर्घटना की जानकारी छुपाई , नागपुर के न्यूरॉन, सदर के विम्स अस्पताल को नोटिस
दुर्घटना की जानकारी छुपाई , नागपुर के न्यूरॉन, सदर के विम्स अस्पताल को नोटिस
धंडिजिटल डेस्क, नागपुर । शहर के दो आधुनिक अस्पतालों को क्राइम ब्रांच पुलिस ने नोटिस भेजा है। इन अस्पतालों में धंतोली के न्यूरॉन और सदर स्थित विम्स अस्पताल शामिल है। क्राइम ब्रांच के उपायुक्त गजानन राजमाने ने बताया कि इन दोनों अस्पतालों से जवाब मांगा गया है। पुलिस ने सवाल किया है कि कार हादसे के बाद जब उनके अस्पताल में जख्मी हालत में आयुष हेमंत गोयल निवासी धंतोली, आयुष मनीष अग्रवाल निवासी नागपुर और प्रतीक खंडेलवाल निवासी अकोला पहुंचे थे, तब पुलिस को जानकारी क्यों नहीं दी गई। राजमाने ने बताया कि पुलिस कार में सवार तीनों युवकों के खिलाफ जांच पूरी होने के बाद कार्रवाई करेगी। इसके अलावा दोनों अस्पतालों के प्रबंधन और संबंधित डॉक्टरों की भूमिका की जांच की जाएगी। दोषी पाए जाने पर उन पर भी पुलिस की गाज गिरेगी। यह मामला पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार के संज्ञान में आ गया है। दूसरी ओर, धंतोली पुलिस से भी सवाल -जवाब किया जा सकता है। क्राइम ब्रांच जांच शुरू कर चुकी है।
बार में शराब पीने के बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी लग्जरी कार
पुलिस सूत्रों के अनुसार 25 जनवरी की रात करीब 10 बजे सवा करोड़ की लग्जरी वोल्वो कार में आयुष गोयल, आयुष अग्रवाल और प्रतीक खंडेलवाल सवार होकर मेडिकल चौक से निकले थे। पहले तीनों मेडिकल चौक के पास ट्रिलियम मॉल स्थित कैलाश पर्वत बार में शराब पी। उसके बाद कार में सवार होकर निकले। इनकी कार की गति उस समय 140 किलोमीटर प्रति घंटे के करीब थी। चालक आयुष गोयल का कार से नियंत्रण छूट गया और धंतोली मनपा जोन कार्यालय की दीवार से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। कार का बलून खुलने से आयुष गोयल और प्रतीक को कम, लेकिन आयुष अग्रवाल को काफी चोटें आईं। तीनों पहले धंतोली स्थित न्यूराॅन अस्पताल पहुंचे। उसके बाद उन्हें सदर स्थित विम्स अस्पताल भेजा गया।
अस्पतालों ने छुपाई जानकारी
क्राइम ब्रांच के अनुसार, विम्स अस्पताल में घायलों का करीब 5 दिनों तक उपचार किया गया, लेकिन पुलिस को एमएलसी रिपोर्ट नहीं दी गई। नियमानुसार दोनों अस्पतालों को पुलिस को जानकारी देनी चाहिए थी। चौंकानेवाली बात यह है कि इस बारे में धंतोली पुलिस ने भी गंभीरता नहीं दिखाई। पुलिस आयुक्त ने धंतोली पुलिस को भी फटकार लगाई है। घटना के बाद धंतोली पुलिस ने उस समय अज्ञात आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर दिया। इस बीच क्राइम ब्रांच पुलिस को पता चला कि इस घटना से बचने के लिए एक कार ड्राइवर की तलाश की जा रही है, जो पैसे लेकर सारा इल्जाम अपने सिर पर ले ले। क्राइम ब्रांच पुलिस को भनक लग गई। पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार की पहल पर राजमाने ने मामले की छानबीन शुरू कर दी है।
क्रिकेट सट्टा अड्डे पर छापामार कार्रवाई में जब्त हुई थी कार
पुलिस सूत्रों ने बताया कि धंतोली थाना क्षेत्र के पास दुर्घटनाग्रस्त कार के मालिक मनीष अग्रवाल हैं। यह कार कुछ समय पहले सोलापुर में हुए एक क्रिकेट सट्टा अड्डे पर छापामार कार्रवाई में जब्त की गई थी। इस बात की पुष्टि क्राइम ब्रांच पुलिस ने भी की है। यह भी बताया गया कि कार को उसके मालिक मनीष अग्रवाल ने अपनी ऊंची पहुंच और पैसे के बूते पर छुड़ा लिया था। कार में सवार तीनों युवक छात्र हैं। इनकी शहर में काफी ऊंची पहुंच होने की जानकारी सामने आई है। पुलिस ने घटना का खुलासा होने पर सीसीटीवी फुटेज को खंगाला तो कार में तीनों सवार पाए गए थे।