हिमाचल प्रदेश में स्वास्थ्य को दी जा रही सर्वोच्च प्राथमिकता
सरकार स्वास्थ्य पर गंभीर हिमाचल प्रदेश में स्वास्थ्य को दी जा रही सर्वोच्च प्राथमिकता
डिजिटल डेस्क, शिमला। हिमाचल प्रदेश में कमजोर वर्ग के लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के लिए सरकार द्वारा कई योजनाएं शुरू की गई हैं। मुफ्त दवा योजना उन्हीं में से एक है, जो जरूरतमंदों के लिए वरदान साबित होगा। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि इस योजना के तहत विभिन्न सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में सभी मरीजों को मुफ्त दवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। सभी स्वास्थ्य संस्थानों में करीब 1,374 दवाएं नि:शुल्क उपलब्ध कराई जा रही हैं। कुल 885 दवाएं क्षेत्रीय अस्पतालों, सिविल अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में नि:शुल्क उपलब्ध कराई जा रही हैं, जबकि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर 417 और स्वास्थ्य उपकेंद्र स्तर पर 72 दवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
नि:शुल्क दवा योजना के तहत वर्तमान सरकार के कार्यकाल में 16,29,425 दवाओं का वितरण किया जा चुका है। राज्य की ओर से अब तक दवाओं की खरीद पर 216 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। सरकार यह भी सुनिश्चित कर रही है कि स्वास्थ्य संस्थानों को नियमित रूप से नि:शुल्क दवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं, जिसके लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। दवाओं की आपूर्ति श्रृंखला को बनाए रखने के लिए खरीद प्रक्रिया को सरल बनाया गया है और सभी 12 मुख्य चिकित्सा अधिकारी, चार चिकित्सा अधीक्षक, छह मेडिकल कॉलेज, नौ क्षेत्रीय अस्पताल और तीन क्षेत्रीय अस्पतालों को ई-औषधि पोर्टल के तहत दवाएं खरीदने के लिए अधिकृत किया गया है।
अधिकारियों द्वारा आवश्यक दवाओं की खरीद के आदेश नियमित आधार पर जारी किए गए हैं। सरकार ने सभी के लिए उपलब्ध आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए विभिन्न योजनाएं भी शुरू की हैं। इसके अलावा मुख्यमंत्री सहारा योजना और मुख्यमंत्री हिमाचल स्वास्थ्य सेवा योजना-हिमकेयर जैसी योजनाओं के तहत विशेष स्वास्थ्य सुविधाओं से लोगों को लाभान्वित किया जा रहा है।
(आईएएनएस)