2025 तक टीबी उन्मूलन के लिए नवाचारी समाधानों के साथ आगे बढ़ना होगा: डॉ पवार
पहल 2025 तक टीबी उन्मूलन के लिए नवाचारी समाधानों के साथ आगे बढ़ना होगा: डॉ पवार
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ भारती पवार ने भारत में वर्ष 2025 तक टीबी उन्मूलन की प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि देश में टीबी उन्मूलन की समय सीमा से पहले हमारे पास केवल 37 महीनों का समय है। हमें कार्य में तेजी लाने, कोविड के चलते पैदा हुई बाधाओं को दूर करने तथा नवाचारी समाधानों के साथ आगे बढ़ने की आवश्यकता है। डॉ. पवार ने यह बात यहां वर्ष 2025 तक टीबी उन्मूलन की रणनीतियों के बारे में आयोजित विचारमंथन सत्र की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होने कहा कि कोविड महामारी के बावजूद हम मुफ्त में तेजी से उचित निदान और उपचार तक अपनी पहुंच बढ़ाने में सफल रहे हैं।
टीबी के रोगियों के लिए वित्तीय और पोषण संबंधी सहायता बिना किसी बाधा के जारी रही। उन्होने कहा कि हमारा उद्देश्य समुदाय सहित विभिन्न हितधारकों की भागीदारी के माध्यम से टीबी देखभाल का विस्तार करके टीबी के मामलों का शीघ्र पता लगाना और टीबी के नए मामलों के उद्भव को रोकना है। राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम द्वारा किए गए प्रयासों के फलस्वरूप समय-समय पर निदान, उपचार अनुपालन और परिणामों में महत्वपूर्ण सुधार हुए हैं। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि टीबी को अब व्यापक प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल का हिस्सा बना दिया गया है और इसे आयुष्मान भारत योजना के साथ एकीकृत कर दिया गया है।