दूध उत्पादक किसानों से 10 लाख लीटर दूध खरीदेगी सरकार
दूध उत्पादक किसानों से 10 लाख लीटर दूध खरीदेगी सरकार
डिजिटल डेस्क, मुंबई। कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच प्रदेश सरकार ने दूध उत्पादक किसानों को बड़ी राहत दी है। प्रदेश सरकारदूध उत्पादक किसानों से अब प्रतिदिन 10 लाख लीटर खरीदेगी। दूध उत्पादक किसानों से अगले दो महीने तक 25 रुपए प्रति लीटर की दर से दूध खरीदा जाएगा। मंगलवार को मंत्रालय में प्रदेश के उपमुख्यमंत्री अजित पवार की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह फैसला किया गया। इस फैसले से सरकार की तिजोरी पर लगभग 200 करोड़ रुपए का भार पड़ेगा।
उपमुख्यमंत्री ने कहा किदूध संस्थाओं के माध्यम से अगले चार से पांच दिनों में किसानों से दूध का संकलन शुरू हो जाएगा। किसानों से खरीदे गए दूध का पावडर बनाकर उसका भंडारण किया जाएगा। बाद में दूध पावडर की ऑनलाइन बिक्री की जाएगी। राज्य सहकारी दूध महासंघ के माध्यम से यह योजना लागू की जाएगी। उमपुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस संकट के कारण राज्य का दूध व्यवसाय और दूध उत्पादक किसान संकट में हैं। दूध की बिक्री नहीं होने के कारण किसानों से दूध नहीं खरीदा जा रहा है। प्रदेश में प्रतिदिन 12 लाख लीटर दूध का उत्पादन होता है। इसमें से 10 लाख लीटर दूध अतिरिक्त बच जा रहा है।
बाजार में दूध की दर 15 से 17 रुपए प्रतिलीटर पर आ गया है। इससे दूध उत्पादक किसानों को राहत देने के लिए यह फैसला किया गया है। वहीं प्रदेश के राजस्व मंत्री बालासाहब थोरात ने कहा कि कोरोना वायरस के संकट के कारण दूध की खपत में कमी आई है। दूध बचने के कारण किसानों को काफी नुकसान हो रहा था। इसलिए प्रतिदिन 10 लाख लीटर दूध का पावडर बनाने का फैसला किया गया है। मंत्रालय में उपमुख्यमंत्री की अध्यक्षता वाली बैठक में ग्रामीण विकास मंत्री हसन मुश्रीफ और दुग्ध विकासमंत्री सुनील केदार फोन के जरिए शामिल हुए। बैठक में वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव मनोज सौनिक समेत वरिष्ठ असफर और दूध महासंघ और संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद थे।