अब आधार से लिंक होगा ड्राइविंग लाइसेंस

अब आधार से लिंक होगा ड्राइविंग लाइसेंस

Bhaskar Hindi
Update: 2019-07-16 07:55 GMT
अब आधार से लिंक होगा ड्राइविंग लाइसेंस

डिजिटल डेस्क, नागपुर। केंद्र सरकार जल्द ही देश में ड्राइविंग लाइसेंस के प्रमाणीकरण की प्रक्रिया शुरू करने वाली है। इसके तहत देश के सभी राज्याें के आरटीओ द्वारा ‘यूनिवर्सल स्मार्ट कार्ड ड्राइविंग लाइसेंस’ लागू किया जाने वाला है। इससे फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस पर रोक लग सकेगी। पासपोर्ट और पैनकार्ड की तर्ज पर बनने वाला यह ड्राइविंग लाइसेंस पूरे देश में कहीं भी चलेगा।

परखना आसान
सूत्रों के अनुसार, इस आधुनिक ड्राइविंग लाइसेंस को आधार कार्ड से भी लिंक करने पर केंद्र सरकार विचार कर रही है। ड्राइविंग लाइसेंस के स्वरूप, फॉन्ट और ले-आउट एक ही समान होंगे। इससे यह आसानी से पता चल जाएगा कि ड्राइविंग लाइसेंस असली है या नकली। मौजूदा समय में देश के अलग- अलग राज्यों में ड्राइविंग लाइसेंस विभिन्न स्वरूपों में दिए जाते हैं। 

पूरे देश में एक जैसा 
बता दें कि गाड़ी और ड्राइवर की पहचान आसान बनाने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितीन गडकरी ने संसद में एक समान ड्राइविंग लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (आरसी) के नए नियम को लेकर बताया था कि 1 अक्टूबर 2019 के बाद पूरे देश में जारी होने वाले ड्राइविंग लाइसेंस और आरसी एकसमान होंगे। यह नया नियम 1 अक्टूबर 2019 से पूरे देश में लागू हो जाएगा।

यह है खासियत 
स्मार्ट ड्राइविंग लाइसेंस में माइक्रोचिप और क्यूआर कोड होंगे, जिसमें आपकी यातायात नियमों के उल्लंघन संबधी सभी जानकारियां होंगी। क्यूआर कोड से केंद्रीय ऑनलाइन डेटाबेस से ड्राइवर या वाहन के बारे में पूरा रिकॉर्ड एक डिवाइस पर उपलब्ध हो जाएगा। इसके अलावा ड्राइविंग लाइसेंस और आरसी का रंग भी एक समान होगा।

30% लाइसेंस फर्जी
एक जानकारी के मुताबिक देश में तकरीबन 30 प्रतिशत लाइसेंस फर्जी हैं। यही कारण है कि ट्रैफिक पुलिस अधिकारी- कर्मचारियों व मोटर वाहन विभाग के अधिकारी- कर्मचारियों को वाहनों की नियमित जांच करते समय ड्राइविंग लाइसेंस की सत्यता का पता लगाने में काफी परेशानी का सामना करना पडता है। ड्राइविंग लाइसेंस की डुप्लीकेट कॉपी तैयार करने का डर भी बना रहता है।

फर्जीवाड़ा पकड़ेगा ‘सारथी’ 
ड्राइविंग लाइसेंस के लिए सारथी एप्लीकेशन डेवलप हो चुका है, जिसमें पूरे देश के सभी लाइसेंसधारकों का डाटाबेस मौजूद है। तकरीबन 15 करोड़ लाइसेंस धारकों के रिकॉर्ड इसमें शामिल हैं। सारथी एप्लीकेशन में यह भी फीचर है कि रियल-टाइम ऑनलाइन बेसिस पर फर्जी लाइसेंस के साथ चालान से संबंधित जानकारियों को पकड़ सकता है।

हां ‘यूनिवर्सल स्मार्ट कार्ड ड्राइविंग लाइसेंस’ की योजना के अंतर्गत अब एक ही ड्राइविंग लाइसेंस पूरे देश में आधार कार्ड  की तरह लागू किए जाने की योजना पर अमल हो चुका है, इसकी शुरुआत हो रही है। यह राज्य स्तर पर शुरू किया जा रहा है। यह नागपुर में शुरू हो रहा है। 
-अतुल आदे, उप-प्रादेशिक परिवहन अधिकारी, नागपुर शहर

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