स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार पर ध्यान देकर विकास को गति प्रदान करें : पाटील
गड़चिरोली स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार पर ध्यान देकर विकास को गति प्रदान करें : पाटील
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली । समूचे देश में अविकसित और नक्सल प्रभावित जिले के रूप में परिचित गड़चिरोली जिले का मानव विकास निर्देशांक काफी कम है। इस निर्देशांक को बढ़ाकर जिले को विकास की पटरी पर लाने का कार्य अब युद्ध स्तर पर करना है। जिले में स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार पर विशेष ध्यान देकर यहां बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराएं। यह निर्देश औरंगाबाद के मानव विकास आयुक्तालय के आयुक्त नितीन पाटील ने दिए। शुक्रवार को जिलाधिकारी कार्यालय में जिले का मानव विकास निर्देशांक बढ़ाने पाटील की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। इस समय उन्होंने विभिन्न विकास कार्यों का जायजा लिया। बैठक में जिलाधिकारी संजय मीना, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कुमार आशीर्वाद उपस्थित थे। बैठक में पाटील ने कहा कि, शिक्षा क्षेत्र में कक्षा 8वीं, से 12वीं की छात्राओं को मुफ्त साइकिल के वितरण के साथ कक्षा 12वीं के बाद उच्च शिक्षा ग्रहण करने वाली छात्राओं को बस के मुफ्त सफर का लाभ देना आवश्यक है।
स्वास्थ्य क्षेत्र में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के तहत एक माह में 2 और ग्रामीण अस्पताल स्तर पर एक माह में एक बार स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन करना है। अनुसूचित जाति, जनजाति और बीपीएल की श्रेणी में आने वाली गर्भवती माताओं को मजदूरी का लाभ देते हुए योजना का प्रसार करने की आवश्यकता है। महाराष्ट्र आर्थिक विकास महामंडल और उमेद के माध्यम से विभिन्न क्षेत्र मंे रोजगार की निर्मिती हो सकती है। बेरोजगारों को बकरी पालन, कुक्कुटपालन, वराह पालन समेत दुग्ध व्यवसाय के लिए प्रशिक्षित किया जा सकता है। जिले में कार्यरत ग्रामसभाओं समेत आदिवासी विकास महामंडल और विविध कार्यकारी सहकारी संस्थाओं के माध्यम से धान रखने के लिए गोदामों का निर्माण, तेंदूपत्ता संकलन, बांस संकलन और महुआ संकलन के लिए गोदामों का निर्माण हो सकता है। गोदाम निर्माणकार्य के लिए प्रस्ताव पेश करने के आदेश भी पाटील ने इस समय अधिकारियों को दिए। बैठक के दौरान जिलाधिकारी मीना ने कहा कि, वर्तमान में एटापल्ली तहसील की सुरजागढ़ पहाड़ी में लौह उत्खनन का कार्य जारी है। भविष्य में यहां वाहन चालक समेत तकनीकी व्यक्तियों की आवश्यकता पड़ेगी। ऐसे में इन बेरोजगारों के लिए कौशल विभाग द्वारा प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने की मांग की। बैठक में सभी विभागों के प्रमुख व कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।