आधुनिक तकनीक अपनाकर विद्यार्थियों को दें किताबी ज्ञान
प्रशिक्षण शिविर में मार्गदर्शन आधुनिक तकनीक अपनाकर विद्यार्थियों को दें किताबी ज्ञान
डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। मनपा आयुक्त बिपिन पालीवाल ने कहा कि पाठ्यपुस्तकों द्वारा दी जाने वाली शिक्षा और शिक्षित लोगों के सामाजिक व्यवहार के बीच एक अंतर है। इस अंतर को कम करने के लिए विद्यार्थियों को प्रयास करना चाहिए। शिक्षा को सिर्फ किताबी ज्ञान देने के बजाए आधुनिक तकनीक से जोड़ा जाए। एक शिक्षक स्वयं जीवन भर दूसरों को सीखना और पढ़ाना बंद नहीं कर सकता है। यह शिक्षकों की प्रतिबद्धता है और वे इसे निभाते हैं। केंद्र सरकार चेतना विकास मूल्य शिक्षा शिक्षक सशक्तिकरण कार्यशाला का आयोजन मनपा शिक्षा विभाग की ओर से डॉ.श्यामाप्रसाद मुखर्जी वाचनालय में किया गया। कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए यह विचार मनपा आयुक्त विपीन पालीवाल ने व्यक्त किए। यह कार्यशाला 10 नवंबर तक शुरू रहेगी। उन्होंने कहा कि आज तेजी से हर क्षेत्र का आधुनिकीकरण हो रहा है। किसी वस्तु के फायदे व नुकसान परखने से पहले ही वह वस्तु यदि इस्तेमाल करने के लिए उपलब्ध हो गई तो उसके नुकसान निश्चित है। फिर चाहे वह शारीरिक, आर्थिक या बौद्धिक हो। पालीवाल ने कहा कि यह परिवर्तन तेजी से हो रहा है, इसे हमारी शिक्षा प्रणाली में अपनाने की जरूरत है। मुख्य अतिथि के रूप में जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान चंद्रपुर के प्राचार्य राजकुमार हिवारे, विशेषज्ञ मार्गदर्शक प्रा. रविंद्र तामगाडगे, मनपा शिक्षाधिकारी नागेश नीत, उद्धव राठोड़, येवले उपस्थित थे। संचालन उमा कुकडपावर ने किया। आभार सुनील आत्राम ने माना।