स्कूली बच्चों से अपने ही घरों में चोरी व अननेचुरल सेक्स करने वाले गिरोह का पर्दाफाश
स्कूली बच्चों से अपने ही घरों में चोरी व अननेचुरल सेक्स करने वाले गिरोह का पर्दाफाश
डिजिटल डेस्क, नागपुर। स्कूली छात्रों से उनके ही घरों में चोरी करवाने व उनके साथ अननेचुरल सेक्स करने वाले गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया। उत्तर नागपुर के यशोधरा नगर क्षेत्र में स्कूली छात्रों को डरा-धमका कर उनसे जबरन वसूली करने वाला गिरोह स्कूल टीचर की सजगता से हाथ लगा। गिरोह में शामिल आरोपी छात्रों को धमका कर उन्हें घर से नकदी और सोने-चांदी के गहने चुराकर लाने के लिए दबाव डालते थे तथा उन पैसों पर ऐश करते थे। इस गिरोह के चंगुल में फंसकर कई बच्चों ने स्कूल जाना बंद कर दिया था। स्कूल का एक बालक पिछले कई दिनों से स्कूल नहीं आ रहा था। स्कूल की टीचर पूछताछ करने उसके घर पहुंची और बालक से कारण पूछा तो सच्चाई सामने आई।
ऐसे खुली पोल
छात्र करीब एक माह से स्कूल नहीं जा रहा था। उसकी टीचर सोमवार की शाम उसके घर आई। पूछने पर पता चला कि वह तो रोज स्कूल के लिए निकलता है। परिजनों ने प्यार-दुलार से पूछा तो वह फूट- फूटकर रो पड़ा। उसने बताया कि उसके ही स्कूल के तीन छात्र उससे पैसे और गहने मांगते थे। यह पैसे वह बादल पदोड़े (19), वीजू पदोड़े (18), बिनाकी मंगलवारी व दो विधि संघर्ष बालक को दिया करते थे। पता चला कि बादल पदोड़े ही इस गिरोह का मुखिया है। उसका शासकीय अस्पताल में उपचार शुरू है। गत दिनों हफ्ता वसूली के मामले में भीड़ ने उसकी जमकर पिटाई की थी।
फूट-फूट कर रो पड़ा पीड़ित
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, यशोधरा नगर क्षेत्र में रहने वाला एक 13 वर्षीय बालक अपने ही घर में चोरियां करने लगा था। चोरी के यह पैसे वह अपने स्कूल में ही पढने वाले तीन छात्रों को ले जाकर देता था। उसके ये तीनों दोस्त यह पैसे किसी बादल को ले जाकर देते थे। बादल ने उन्हें धमकी दी थी कि अगर उसकी बात नहीं मानी तो वह उसके माता-पिता की हत्या कर देगा और उसे किसी कुएं में ढकेलकर मार देगा। बहन को बेइज्जत कर बेच डालने की भी धमकी दी थी। डर से छात्र अपने ही घर में चोरी करने लगा। शुरूआत में पिता की जेब से रुपए निकाला। पिता ने रुपए रखने की जगह बदल दी तो उसने चाचा के कमरे में रखे सोने-चांदी के गहने निकालकर दिया। डर से उसने खाना-पीना छोड़ दिया था। खामोश रहने लगा था। इधर, घर से नकदी और गहने चोरी होने पर परिजन एक-दूसरे पर शक करने लगे थे।
बंधक बना कर रखते थे दिनभर
पीड़ित छात्र ने परिजनों को बताया कि जिस दिन वह पैसे का इंतजाम नहीं कर पाता था। आरोपी उसे बंधक बनाकर रखते थे। चाकू का डर दिखाया करते थे। इस दौरान स्कूल के बाथरूम में ही उसके साथ अनैसर्गिक कृत्य भी किया गया।
पुलिस को अपना दोस्त समझें
शहर के सभी नागरिकों और बच्चों को पुलिस को अपना दोस्त समझना चाहिए। कोई भी शहर में पुलिस उनकी मदद के लिए होती है। कोई भी परेशानी होने पर पुलिस के पास मदद मांगी जा सकती है। पुलिस हर नागरिकों की मदद करने के लिए तत्पर है। बच्चे पुलिस को अपना दोस्त समझें। -डॉ. भूषणकुमार उपाध्याय, पुलिस आयुक्त, नागपुर शहर