ग्रामीण में 7500 बेड की क्षमता करने के प्रस्ताव पर नहीं मिली निधि

खतरा ग्रामीण में 7500 बेड की क्षमता करने के प्रस्ताव पर नहीं मिली निधि

Bhaskar Hindi
Update: 2021-09-27 10:04 GMT
ग्रामीण में 7500 बेड की क्षमता करने के प्रस्ताव पर नहीं मिली निधि

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जिले में कोरोना की तीसरी लहर को लेकर विशेषज्ञों ने चेतावनी जारी कर दी है। इसके साथ ही तीसरी लहर को लेकर तैयारियां जोरो पर चल रही हैं। ग्रामीण में भी कोविड मरीजों के लिए बेड की क्षमता बढ़ाते हुए 7500 करने की योजना है। इसके लिए प्रशासन को प्रस्ताव भेजा गया था, लेकिन अब तक उसके लिए निधि नहीं मिल पाई है।

निधि मिलने के बाद शुरू किया जाएगा कार्य
कोविड केयर सेंटर और ग्रामीण अस्पताल में काम चल रहा था। वह लगभग पूरा हो गया है। उसमें सिर्फ इलेक्ट्रिक का कार्य शेष रह गया है। 7500 बेड के लिए जो प्रस्ताव भेजा गया था, उससे अभी निधि नहीं मिली है। निधि मिलने के बाद वह कार्य शुरू किया जाएगा। - डॉ. दीपक सेलोकर, जिला स्वास्थ्य अधिकारी

दो माह पहले भेजा था प्रस्ताव
तीसरी लहर को देखते हुए जिले में बेड बढ़ाने की तैयारियां की जा रही हैं। इसमें शहर में 9 हजार और ग्रामीण में 7500 बेड होंगे। इसमें सीसीसी के लिए 3600 बेड डीसीएच के लिए 1400 और डीसीएचसी के लिए करीब 2400 बेड होंगे। स्वास्थ विभाग की ओर से पिछले माह बेड बढ़ाने को लेकर कलेक्टर को प्रस्ताव भेजा गया था। 8 दिन पहले कलेक्टर ने वह प्रस्ताव सरकार को भेजा है। इसमें मैनपॉवर, दवाई आदि के लिए 60 करोड़ की जरूरत होगी।  फिलहाल ग्रामीण में कोविड केयर सेंटर में बेड की संख्या 1300 से बढ़ाकर 3600 की जाने का कार्य अंतिम चरण में हैं। इलेक्ट्रिक का कार्य शेष रह गया है। यह कार्य पूरा होने के बाद यहां ऑक्सीजन कंसंट्रेटर लगाए जाएंगे, जो पहले से लाकर रखे हुए हैं। बेड बढ़ाने को लेकर भेजे गए प्रस्ताव को 1 माह से अधिक हो गया है, लेकिन अब तक फंड नहीं मिला है। यदि फंड समय पर नहीं मिलता है तो तीसरी लहर को लेकर तैयारियों में देरी होगी। जिसका नुकसान मरीजों को होगा। 

Tags:    

Similar News