नरभक्षी बाघ का बंदोबस्त करने की मांग को लेकर निकाला मोर्चा
दहशत नरभक्षी बाघ का बंदोबस्त करने की मांग को लेकर निकाला मोर्चा
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली । गड़चिरोली वनविभाग के वनों में पिछले अनेक महीनों से बाघ का िवचरण शुरू होकर नरभक्षी बाघ के हमले में अब तक दर्जनों लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। बावजूद इसके वनविभाग हाथ पर हाथ धरे बैठा है। नरभक्षी बाघ का तत्काल बंदोबस्त करने के साथ साथ मृत व्यक्तियों के परिजनों को तत्काल सरकारी मदद देने की मांग को लेकर शिवसेना के उद्धव बालासाहब ठाकरे गुट के कार्यकर्ताओं ने वनविभाग के मुख्य वनसंरक्षक कार्यालय पर मोर्चा निकाला। इस समय वनविभाग के खिलाफ तीव्र नारेबाजी भी की गयी। मोर्चे के दौरान शहर पुलिस का कड़ा बंदोबस्त रखा गया था।
उद्धव बालासाहब ठाकरे शिवसेना पार्टी के गड़चिरोली जिला सहसंपर्क प्रमुख अरविंद कात्रटवार के नेतृत्व में निकाले गये इस मोर्चे में बाघ प्रभावित गांवों के किसान व नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे। मुख्य वनसंरक्षक डा. किशोर मानकर को सौंपे गये ज्ञापन में कात्रटवार ने बताया कि, पिछले अनेक महीनों से गड़चिरोली वनविभाग के गांवों में बाघ का संचार शुरू है। चातगांव वनपरिक्षेत्र के तहत आने वाले गांवों में बाघ के हमले में अब तक 10 से अधिक लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। वहीं पोर्ला वन परिक्षेत्र के तहत भी बाघ ने अपना आतंक मचा रखा है। खरीफ सत्र के दौरान स्थानीय किसानों को दहशतपूर्ण माहौल में अपने खेतों में पहुंचना पड़ा। हर आये दिन बाघ के हमलों की घटनाएं उजागर हो रहीं हैं। बावजूद इसके बाघ को पकड़ने में वनविभाग गंभीर नहीं दिखायी दे रहा है। इस कारण संतप्त ग्रामीणों ने अरविंद कात्रटवार के नेतृत्व में वनविभाग के कार्यालय पर मोर्चा निकाला। इस समय बाघ का तत्काल बंदोबस्त करने की मांग की गयी। आंदोलन में उपतहसील प्रमुख यादव लोहंबरे, नवनाथ उके, संदीप अलबनकर, प्रशांत ठाकुर, संदीप भुरसे, संजय बोबाटे, सचिन निलेकर, मुकेश गुरनुले, सूरज उईके, अमित बानबले, आनंद चुधरी समेत बाघ प्रभावित गांवों के नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।