शिवसेना के पूर्व विधायक हो सकते हैं भाजपा उम्मीदवार
देगलुर (नांदेड) उप चुनाव में होगी महा आघाडी-भाजपा की परीक्षा शिवसेना के पूर्व विधायक हो सकते हैं भाजपा उम्मीदवार
डिजिटल डेस्क,मुंबई। महाविकास आघाड़ी के तीन दलों के गठजोड़ के बावजूद सोलापुर की पंढरपुर सीट पर जीत दर्ज करने के बाद भाजपा की नजर अब नांदेड़ के देगलुर सीट पर होने वाले उपचुनाव पर है। भाजपा इस उपचुनाव में उम्मीदवारी के लिए शिवसेना के पूर्व विधायक सुभाष साबने पर भी निगाहें बनाई हुई है। गुरुवार को विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस के आवास सागर बंगले पर देगलुर उपचुनाव की तैयारी को लेकर बैठक हुई। इसके बाद प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने दावा किया कि उपचुनाव में 12 नेता उम्मीदवारी के लिए इच्छुक हैं। इसमें शिवसेना नेता साबने, विरुपक्ष शिवाचार्य महाराज समेत अन्य लोगों का समावेश है।
हालांकि साबने ने ‘दैनिक भास्कर’ से बातचीत में उम्मीदवारी को लेकर कोई टिप्पणी करने से मना कर दिया। वहीं पाटील ने बताया कि भाजपा की तरफ से 4 अक्टूबर को नांदेड़ में आयोजित चुनावी सभा में देगलुर सीट के लिए उम्मीदवार की घोषणा की जाएगी। इसके पहले साल 2019 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार रावसाहब अंतापुरकर ने इस सीट से शिवसेना-भाजपा गठबंधन के उम्मीदवार साबने को 22 हजार 433 वोट के अंतर से हराया था। अंतापुरकर के निधन से रिक्त हुई इस सीट पर उपचुनाव 30 अक्टूबर को होगा। उपचुनाव में महाविकास आघाड़ी की ओर से कांग्रेस अंतापुरकर के बेटे को उम्मीदवारी दे सकती है। शिवसेना नेता साबने भी उपचुनाव में उम्मीदवारी के लिए आघाडी पर दबाव बनाए हुए हैं।
स्थानीय निकायों में गठबंधन के लिए कोई बंधन नहीं होता
पालघर जिला परिषद उपचुनाव में भाजपा और मनसे के बीच गठबंधन के सवाल पर पाटील ने कहा कि स्थानीय निकायों के चुनाव में गठबंधन के लिए पार्टी का बंधन नहीं होता है। उन्होंने कहा कि पालघर जिप उपचुनाव में दोनों दलों के बीच गठबंधन हुआ है इसका यह मतलब नहीं है कि पूरे राज्य में गठजोड़ होगा।