चौथी बार यूनेस्को की राष्ट्रीय सदस्य बनी फिरोजा खान
चौथी बार यूनेस्को की राष्ट्रीय सदस्य बनी फिरोजा खान
डिजिटल डेस्क, बालाघाट। पर्यावरण असंतुलन को लेकर यूनेस्को क्लब ऑफ इंडिया द्वारा अमृतसर के पिंगलवाड़ा में तीन दिवसीय सेमीनार का आयोजन किया गया था। जिसमें 25 राज्यों के यूनेस्को प्रतिनिधि ने हिस्सा लिया था। जिस सेमीनार का शुभारंभ ऑल इंडिया पिंगलवाड़ा सोसायटी अध्यक्ष डॉ. इंद्रजीत कौर, विश्व फेडरेशन ऑफ यूनेस्को क्लब के प्रधान विरेन्द्र भटनागर, यूनेस्को क्लब ऑफ इंडिया के प्रधान एस.एस. चिना के आतिथ्य में किया गया था। जहां एक बार फिर बालाघाट से पहुंची यूनेस्को सदस्य को यूनेस्को के राष्ट्रीय कार्यकारिणी में सदस्य बनाया गया है। गौरतलब हो कि समाजसेवी फिरोजा खान ने यूनेस्को में चौथी बार सदस्य बनने का गौरव हासिल कर जिले का नाम गौरान्वित किया है।
संसाधनों के अत्यधिक दोहन से स्थानीय लोगों की परम्परागत जीवन शैली पर विपरित प्रभाव पड़ रहा है। इस सेमीनार में पर्यावरण असंतुलन पर विशेषज्ञों ने अपने विचार रखे। पर्यावरण असंतुलन से पर्यावरण के तापमान में दिख रही तब्दिलियों को लेकर यूनेस्को सदस्य श्रीमती फिरोजा खान ने विचार रखते हुए कहा कि धरती में पानी की कमी हो रही है और ग्लोबल वार्मिंग के कारण पर्यावरण में अधिक बदलाव देखने को मिल रहे है। जो पूरी दुनिया में चिंता का विषय बना हुआ है। श्रीमती खान ने कहा कि जिस तरह हम अपने बच्चों के लिए धन जोड़ते है, ऐसी ही चिंता हमें पर्यावरण के लिए भी करना है। चूंकि प्राकृतिक संसाधनों के अत्यधिक दोहन से स्थानीय लोगों की परम्परागत जीवन शैली पर विपरित प्रभाव पड़ रहा है।
यूनेस्को द्वारा आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे प्रदेश के प्रतिनिधियों की सर्वसम्मति से यूनेस्को की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में प्रदेश के बालाघाट जिले से पहुंची श्रीमती फिरोजा खान को राष्ट्रीय कार्यकारिणी में एक्जीक्यूटिव मेंबर बनाया गया है। जिसमें सभी प्रदेश से पहुंचे सदस्यों ने उन्हें बधाई दी। सेमीनार में पहुंचे सभी सदस्यों को जालियावाला बाग, स्वर्ण मंदिर, वाघा बॉर्डर में बीटिंग द रीट्रिट सेरेमनी परेड और जैविक खेती से खेती कर रहे फार्म हाउस का भ्रमण कराया गया।