फूलों की खेती को आरबीसी 6(4) प्रावधानों में आर्थिक सहायता : राज्य मंत्री श्री कुशवाह!
फूलों की खेती को आरबीसी 6(4) प्रावधानों में आर्थिक सहायता : राज्य मंत्री श्री कुशवाह!
डिजिटल डेस्क | धार उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री भारत सिंह कुशवाह ने कहा कि फूलों की खेती करने वाले कृषकों को आरबीसी 6(4) के प्रावधानों में शामिल किया जायेगा। इसके लिये मंत्रि-परिषद को प्रस्ताव भेजा जा रहा है। राज्य मंत्री श्री कुशवाह ने आज उनके निवास पर फूलों की खेती करने वाले कृषकों के प्रतिनिधि मंडल से चर्चा के बाद यह बात कही। भोपाल, सीहोर, विदिशा, होशंगाबाद आदि जिलों से आए कृषकों ने राज्य मंत्री श्री कुशवाह से कोरोना काल में फूलों की खेती में हुई आर्थिक हानि में आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाये। फूलों की खेती करने वाले कृषकों के प्रतिनिधि मंडल ने बताया कि उन्हें पिछले 2 वर्षों से फूलों की खेती में लगातार नुकसान हो रहा है।
इससे उनके लिये फूलों खेती की करना घाटे का काम हो गया है। जिससे अधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कृषकों ने बताया कि फूलों की खेती को अब तक आरबीसी 6(4) के आर्थिक सहायता के प्रावधानों में शामिल नहीं किया गया है और न ही फसल बीमा के अन्तर्गत लिया गया है। राज्य मंत्री श्री कुशवाह ने फूलों की खेती करने वाले किसानों को कहा कि उद्यानिकी कृषकों को सशक्त और मजबूत बनाने में राज्य सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है। राष्ट्रीय कृषि विकास योजना में छोटे कृषकों को मदद पहुँचाने के उद्देश्य से उनके खेतों की सुरक्षा के लिये चेन-फेंसिंग स्कीम को शामिल किया गया है। इसके लिये 10 करोड़ रूपये का बजट में प्रावधान भी किया गया है। राज्य मंत्री श्री कुशवाह ने किसानों की माँग से सहमत होते हुए कहा कि फूलों की खेती को आरबीसी 6(4) के प्रावधानों में शामिल कर क्षति होने पर आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जायेगी।
इसके लिये विभाग द्वारा प्रस्ताव तैयार कर मंत्रि-परिषद की स्वीकृति के लिये भेजा जा रहा है। राज्य मंत्री श्री कुशवाह ने किसानों को आश्वस्त किया कि सरकार किसानों के साथ है और किसानों को हरसंभव मदद दी जायेगी। कृषक प्रतिनिधि मंडल में सर्वश्री दीप सिंह, ज्ञान सिंह, बाला प्रसाद, राम सिंह, संतोष, मनोहर पाटीदार, रामचरण कुशवाह, गुलाब सिंह मेवाडा, राजेन्द्र कुशवाह और देवेन्द्र कुशवाह सहित बड़ी संख्या में फूलों की खेती करने वाले कृषक शामिल थे। विदिशा जिले के पॉली हाउस से फूलों की खेती करने वाले श्री के.मेनी और अमित तोमर भी उपस्थित थे।