मुरादनगर में श्मशान घाट की छत गिरने के मामले में 5वीं गिरफ्तारी, बजट बढ़ाने के लिए बिल्डर ने 16 लाख रुपए की रिश्वत दी थी
मुरादनगर में श्मशान घाट की छत गिरने के मामले में 5वीं गिरफ्तारी, बजट बढ़ाने के लिए बिल्डर ने 16 लाख रुपए की रिश्वत दी थी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गाजियाबाद के मुरादनगर में श्मशान घाट की छत गिरने के चलते 25 लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में मंगलवार को पांचवी गिरफ्तारी हुई है। यूपी पुलिस ने बिल्डर अजय त्यागी के सहयोगी संजय गर्ग को गिरफ्तार किया है। वहीं अजय त्यागी ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि बजट बढ़ाने के लिए 16 लाख रुपए अधिशाषी अधिकारी और जेई को दिये गए थे। त्यागी को अदालत में पेश करने के बाद 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
इधर, घटना से नाराज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्माण कार्य में हुए सरकारी धन के नुकसान के साथ ही मृतकों के परिवार को दी जा रही सहायता राशि की भरपाई भी जिम्मेदार ठेकेदार और इंजीनियरों से करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने अफसरों के साथ बैठक में ये भी साफ कि कि निर्माण कार्यों की गुणवत्ता मानक से कम मिली तो डीएम और कमिश्नर इसके लिए जिम्मेदार होंगे। वहीं हर जिले में निर्माण कार्यों की गुणवत्ता की जांच के लिए टास्क फोर्स गठित की गई है।
बता दें कि रविवार को कुछ लोग एक व्यक्ति का अंतिम संस्कार करने के लिए मुरादनगर के श्मशान घाट पहुंचे थे। इसी दौरान बारिश शुरू हो गई। सभी लोग बारिश से बचने के लिए बरामदे के नीचे खड़े हो गए। इसी दौरान अचानक बरामदे की छत भरभराकर गिर गई। इस हादसे में 25 लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने अपनी जांच में श्मशान घाट में छत बनाने वाले ठेकेदार, नगरपालिका के इंजीनियर और अफसरों को लापरवाह पाया।
इस केस में मुरादनगर नगरपालिका की कार्यपालन अधिकारी निहारिका सिंह, जेई चंद्रपाल, सुपरवाइजर आशीष, ठेकेदार अजय त्यागी और अन्य अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। इनके खिलाफ धारा 304, 337, 338, 427, 409 के तहत मुरादनगर थाने में मुकदमा दर्ज हुआ है। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस मामले में जांच और कार्रवाई के आदेश दिए थे, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर दुख जताया था।