15 दिन के शावकों के लिए आक्रामक हुई मादा तेंदुआ

गड़चिरोली 15 दिन के शावकों के लिए आक्रामक हुई मादा तेंदुआ

Bhaskar Hindi
Update: 2021-10-19 08:46 GMT
15 दिन के शावकों के लिए आक्रामक हुई मादा तेंदुआ

डिजिटल डेस्क, आष्टी (गड़चिरोली)। पांच दिन पूर्व पेपर मिल के कैन्टीन परिसर में पाए गए तेंदुए के 2 शावकों को वनविभाग ने गोरेवाड़ा संग्रहालय भेज दिया है। अब अपने शावकों के लिए मादा तेंदुआ आक्रमक होते दिखाई दे रही है। आष्टी परिसर के ग्रामीणों ने इस मादा तेंदुआ को अपने क्षेत्र में कई बार देखा है। लेकिन अब तक इसके द्वारा किसी तरह के हमले की जानकारी सामने नहीं आई है।

वनविभाग ने अब लोगों से सतर्कता बरतने की अपील करते हुए आगामी 15 दिन तक जंगल में न जाने की गुजारिश की है। बता दें कि, चामोर्शी तहसील के आष्टी, पेपर मिल परिसर, इल्लुर, ठाकरी समेत अन्य इलाकों में तेंदुए का आतंक पिछले अनेक दिनों से शुरू है। गत 14 अक्टूबर को पेपर मिल के कैंटीन परिसर में लोगों ने तेंदुए के 2 शावकों को देखा। उनके साथ सेल्फी और वीडियो बनाने के बाद इसकी सूचना वनविभाग को दी। इनमें से एक शावक विकलांग होने के कारण उस पर प्राथमिक उपचार कर दोनों को नागपुर के गोरेवाड़ा संग्रहालय भेज दिया गया।

दोनों शावक 15 दिन के ही हैं। शिकार करने जब मादा तेंदुआ अपने शावकों को अकेले छोड़कर गयी तभी वे दोनों शावक पेपर मिल परिसर में दाखिल हुए। अब अपने शावकों को तलाशने के लिए मादा तेंदुआ गांवों की ओर रुख करने लगी है। शावकों के बिना वह और अधिक आक्रामक होने की आशंका व्यक्त की जा रही है। ऐसी परिस्थिति में लोगों से सतर्कता बरतने की अपील मार्कंडा (कं) की वन परिक्षेत्र अधिकारी भारती पवार ने की है।

 

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