नदियों से घिरी सिरोंचा तहसील के बामणी में पानी के लिए तरस रहे किसान

गड़चिरोली नदियों से घिरी सिरोंचा तहसील के बामणी में पानी के लिए तरस रहे किसान

Bhaskar Hindi
Update: 2022-11-22 07:43 GMT
नदियों से घिरी सिरोंचा तहसील के बामणी में पानी के लिए तरस रहे किसान

डिजिटल डेस्क, सिरोंचा (गड़चिरोली)। राज्य के अंतिम छोर पर बसे गड़चिरोली जिले की सिरोंचा तहसील छत्तीसगढ़ और तेलंगाना राज्य से जुड़ी हुई है। नदियों की तहसील के रूप में सिरोंचा परिचित है। लेकिन इस वर्ष महावितरण कंपनी की अनदेखी के कारण किसानों को सिंचाई की सुविधा उपलब्ध नहीं हो रही है। खरीफ सत्र के अंतिम दौर में धान की फसलों को सिंचित करना अतिआवश्यक होने के बाद भी महावितरण कंपनी द्वारा ट्रांसफार्मर की मरम्मत नहीं करने से तहसील के बामणी क्षेत्र के किसानों की फसलें पूरी तरह कुम्हलाने लगी है, जिससे शुरुआती और अंतिम दौर में किसानों को नुकसान का मंजर देखना पड़ रहा है।
 बता दें कि, बामणी क्षेत्र के अधिकांश गांव प्राणहिता और गोदावरी नदी तट पर बसे हुए हैं।  किसानों के खेत भी नदियों से सटकर है। इस वर्ष किसानों ने अपने खेतों में धान समेत मिर्च और कपास की फसलें बोई लेकिन जून और अगस्त माह के दौरान अतिवृष्टि के कारण किसानों को नुकसान का सामना करना पड़ा। हिम्मत जुटाकर किसानों ने दोबारा बुआई की। वर्तमान मंे धान की फसल तैयार होने की कगार पर है। फसलों को सिंचाई की काफी आवश्यकता है। लेकिन पिछले आठ दिनों से बामणी गांव में लगाया गया ट्रांसफार्मर बंद पड़ा हुआ है।  जिसके कारण कृषि पंप धारक किसान अपनी फसलों को सिंचित नहीं कर पा रहें है। ट्रान्सफार्मर की मरम्मत के लिए किसानों ने कई दफां बिजली कार्यालय पहुंचकर शिकायत दर्ज की है।  मात्र विभाग के अधिकारी किसानों की मांग पर अनदेखी कर रहें है। वर्तमान में पानी के अभाव के चलते किसानों की फसल पूरी तरह कुम्हलाने लगी है। जिससे किसानों को एक बार फिर नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। ट्रान्सफार्मर की तत्काल मरम्मत करने की मांग किसानों द्वारा की जा रहीं है। 
 

Tags:    

Similar News