गड़चिरोली में धान बिक्री के लिए आए किसानों को लौटना पड़ा बैरंग 

रोष गड़चिरोली में धान बिक्री के लिए आए किसानों को लौटना पड़ा बैरंग 

Bhaskar Hindi
Update: 2022-02-01 09:25 GMT
गड़चिरोली में धान बिक्री के लिए आए किसानों को लौटना पड़ा बैरंग 

डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। जिला मुख्यालय के एकमात्र कृषि उपज बाजार मंडी में शुरू सरकारी धान खरीदी केंद्र में दर्जनों किसानों की भीड़ लग गई।कृउबास ने सारे गोदाम हाउसफुल होने का कारण बताकर किसी किसान से धान नहीं खरीदा फलस्वरूप किसानों ने तीव्र असंतोष व्यक्त किया। बता दें कि, सोमवार को खरीदी प्रक्रिया की अवधि का अंतिम दिन था। बावजूद किसानों से धान न खरीदने के कारण सरकार की नीति के खिलाफ किसानों ने जमकर रोष व्यक्त किया है।

धान खरीदी प्रक्रिया की अवधि बढ़ाने की मांग भी इस समय किसानों ने की।  आदिवासी विकास महामंडल की ओर से जिले में एकाधिकार धान खरीदी योजना के तहत किसानों से समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी की जाती है। इस प्रक्रिया के लिए जिले के विभिन्न स्थानों पर कुल 75 धान खरीदी केंद्र आरंभ किए गए हंै। इन धान खरीदी केंद्रों के अलावा कृउबास के केंद्रों पर भी यह प्रक्रिया चलायी जाती है। सरकार ने धान खरीदी के लिए 31 जनवरी तक की अवधि प्रदान की थी। सोमवार को अंतिम दिन गड़चिरोली स्थित कृउबास के केंद्र पर दर्जनों किसानों की भीड़ लग गई। 

15 से अधिक ट्रैक्टरों में धान भरकर किसान इस केंद्र में पहुंचे थे। मात्र कृउबास के पास उपलब्ध सारे गोदाम हाउसफूल होने के कारण समिति प्रबंधन ने किसी किसान का धान नहीं खरीदा। करीब 25 से 30 की संख्या में पहंुचे किसानों ने दिन भर केंद्र में धान बिक्री का इंतजार किया। लेकिन खरीदी प्रक्रिया चलायी नहीं गयी, जिसके कारण यहां मौजूद किसानों ने तीव्र रोष भी व्यक्त किया। धान खरीदी प्रक्रिया की अवधि को बढ़ाने की मांग को लेकर किसानों ने कृउबास प्रबंधन के खिलाफ तीव्र नारेबाजी भी की। शाम होने के बावजूद धान खरीदी आरंभ नहीं की गयी तो किसानों को अपना धान बिक्री किए बिना ही बैरंग अपने घरों में लौट जाना पड़ा। 
 

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