वन अधिकार पाने के लिए एकजुट हुए किसान
गड़चिरोली वन अधिकार पाने के लिए एकजुट हुए किसान
डिजिटल डेस्क, एटापल्ली ( गड़चिरोली)। एटापल्ली तहसील के जांबिया ग्रापं के अंतर्गत आनेवाले अडगे गांव के आदिवासी किसानों द्वारा वन जमीन पर अतिक्रमण कर खेती की जा रही है। वहीं अतिक्रमित खेती का लंबित वनहक्क दावे को मंजूरी दिलाने के लिये प्रस्ताव भी भेजे गये हैं। लेकिन अब तक सरकार स्तर से इस दावों को मंजूरी नहीं मिली है। इसलिए आदिवासी किसान एकजुट होकर गांव में 7 नवंबर को सभा ली। इस दौरान आंदोलन करने पर विचार मंथन किया गया। सभा की अध्यक्षता मनोहर बोरकर ने की। इस अवसर पर पुलिस पटेल दोहे हेड़ो, राजू पुंगाटी, दत्तु उसेंडी, दीपक मडावी आदि प्रमुखता से उपस्थित थे। अनुसूचित जनजाति व अन्य पारंपरिक वननिवासी अधिनियम 2006 व नियम 2008 के अनुसार, आिदवासी किसानों के पुरखों के अतिक्रमित खेती का वनहक्क दावा प्रस्ताव सरकार के वनहक समिति के पास 9 वर्ष से लंबित है। सरकार व प्रशासन स्तर पर लंबित दावे प्रस्ताव को मंजूरी पाने के लिये प्रशासन से अनेक बार मांग करने पर भी अब तक मान्यता नहीं मिली है। अतिक्रमणधारकों के पास खेती के अलावा दूसरा कोई रोजगार का विकल्प नहीं है। लेकिन लंबित दावे मंजूर करने के लिये आंदोलन किया जाएगा ऐसा निर्णय बैठक में लिया गया। इस अवसर पर विनोद दुर्वा, देऊ गावड़े, मनोज वेलादी, रामजी गोटा, दीपक केरकट्टा, गोमाजी आतलामी, दुलसा हिचामी, बंडु हेड़ो, यशवंत कोवसी, नंदू पुंगाटी, भीमा आरकी समेत बड़ी संख्या में अतिक्रमणकारी किसान उपस्थित थे।